संदीप करिहार- बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में बयानबाजी और आरोप प्रत्यारोप की राजनीति को लेकर कांग्रेस पार्टी एक बार फिर पूरे तापमान के साथ सुर्खियों में है। वहीं दूसरी तरफ़ चुनावों में लगातार शिकस्त के कांग्रेस में बवाल मच गया है। चुनावों में अधिकृत प्रत्याशियों के ख़िलाफ़ कामकाज की शिकायत पर बिलासपुर में शहर अध्यक्ष विजय पांडेय और ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर पार्टी से पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए बाहर का रास्ता दिखा रहे है।
इस पर कोटा विधायक एवं कांग्रेस नेता अटल श्रीवास्तव की तीखी प्रतिक्रिया ने सियासी उबाल ला दिया है। जिसे संगठन ने गंभीरता से लेते हुए पीसीसी चीफ दीपक बैज को चिट्ठी लिखकर अटल श्रीवास्तव को अशोभनीय बयानबाजी के लिए बाहर करने की अनुशंसा की है। बिलासपुर में लैटर बम ने बिलासपुर की राजनीति में बवाल मचा दिया है।

यह है पूरा मामला
आपको बता दें कि, नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी की करारी हार के बाद संगठन कुम्भकरण की नींद से जागा है और प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अभय नारायण राय, बिलासपुर के पूर्व ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष तैय्यब हुसैन, रतनपुर के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष रमेश सूर्या, ओबीसी वर्ग के राष्ट्रीय समन्वयक त्रिलोक श्रीवास एवं महिला कांग्रेस की पूर्व शहर अध्यक्ष सीमा पांडेय को पार्टी से बहिष्कृत करने पर विरोध का तीखा तड़का शुरू हो गया है। जिस पर बीते सोमवार को पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के बिलासपुर प्रवास की मौजूदगी में अटल श्रीवास्तव ने जिला संगठन को चपरासी और पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में बाहर किए गए कांग्रेसियों की तुलना कलेक्टर से करते हुए कहा कि, अब चपरासी संगठन अध्यक्ष कलेक्टरों को पार्टी से निकाल रहे है। इस बयान का कड़ा असर देखने को मिला और जिला शहर अध्यक्ष विजय पांडेय और ग्रामीण जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने संयुक्त रूप से पीसीसी चीफ को चिट्ठी लिखकर अनुशंसा की है।
पहले भी फूट चुका है लेटर बम
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव, लोकसभा, नगरीय निकाय समेत त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में कांग्रेस की लगातार हार से संगठन में खलबली मची हुई है। जिसके उदाहरण के रूप में इस लैटर बम को समझा जा सकता है।
हां... विधायक की शिकायत की गई है : केशरवानी
इस मामले में कांग्रेस के जिला ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी का कहना है कि, कार्यकर्ताओं पर आधारित कांग्रेस पार्टी देश की बड़ी राजनीतिक पार्टी है। चुनावों में कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों के ख़िलाफ़ पार्टी गतिविधियों में शामिल और हराने के लिए काम करने वाले बागियों की शिकायत संगठन को मिली थी। जिस पर प्रदेश संगठन की अनुशंसा पर कथित कांग्रेसियों की 6 साल के लिए प्राथमिक सदस्यता समाप्त कर बाहर किया गया है। जिस पर कोटा विधायक को आदेश का पालन करने के बजाय उन्हें बढ़ावा देने के लिए संगठन की तुलना चपरासी और बहिष्कृत कांग्रेसियों को कलेक्टर की टिप्पणी करना हल्की राजनीति का उदाहरण है। जिसकी शिकायत पीसीसी से की गई है, इसके आगे की कार्यवाही प्रदेश संगठन के हवाले है। जो निर्णय होगा उसका पालन किया जाएगा।
संगठन के नाम पर पार्टी में गंदगी फैला रहे लोग : अटल श्रीवास्तव
उधर कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव का कहना है कि, इस संदर्भ में मुझे कोई जानकारी नहीं है। यदि कोई शिकायत चिट्ठी वाली बात होगी तो पीसीसी में अपनी बात रखूँगा। कांग्रेस को रसातल में पहुँचाने वाले लोग कांग्रेस में संगठन के नाम से गंदगी फैला रहे हैं और ऐसे लोगों की शिकायत प्रदेश संगठन में मजबूती के साथ रखूंगा।