हादसे का शिकार हुए बीएसएफ के जवान: स्टीयरिंग फेल होने से पलटी गाड़ी, 17 घायलों में 5 की हालत गंभीर

कांकेर जिले के अंतागढ़ के पास जवानों से भरी गाड़ी पलट गई। इस हादसे में 17 जवान घायल हो गए वहीं 5 की हालत गंभीर है, जिन्हें इलाज के लिए रायपुर रेफर किया गया है। 

नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर-कांकेर जिले में अंतागढ़ के पास बीएसएफ जवानों की गाड़ी पलट गई। इस हादसे में 17 जवान घायल हो गए, जिनमें पांच की हालत गंभीर है। ये सभी जवान छुट्टी पर जा रहे थे और हादसे का शिकार हो गए। हादसे के बाद सभी को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया है। नारायणपुर पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा घायल जवानों से मिलने पहुंचे वहीं गंभीर रूप से घायल जवानों को रायपुर रेफर किया जा रहा है।

district hospital
जिला अस्पताल के बाहर खड़े बीएसएफ के जवान

बता दें कि, ये सभी कांकेर जिले के अंतागढ़ क्षेत्र में नक्सल मोर्चे पर तैनात थे। वे वहां से छुट्टी पर वापस लौट रहे थे। इस दौरान अंतागढ नारायणपुर मार्ग पर कुम्हारी के पास वाहन का स्टीयरिंग फेल होने के कारण उनकी गाड़ी पलट गई।

नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक युद्ध का ऐलान
दरअसल, सत्ताबदल के साथ बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ सरकार ने अपना कदम निर्णायक युद्ध की तरफ बढ़ाया है। बीजापुर का गंगालूर इलाका जिसे नक्सलियों की उप राजधानी भी कहा जाता है। दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी इस अभेद किले को पुलिस और अर्द्धसैन्य बलों ने भेदकर नक्सलियों को बड़ा झटका दिया है।

फोर्स का एक्शन तेज
गंगालूर के कांवड़गांव, डुमरीपालनार, पालनार में हाल ही में सुरक्षा बलों ने कैम्प स्थापित किया है। फोर्स की दखल के बाद इलाके में सड़क निर्माण का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। नक्सलियों के गंगालूर एरिया कमेटी के अंतर्गत डुमरीपालनार में छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स, पालनार में सीआपीएफ के साथ डिस्टिक्ट रिजर्व गार्ड के जवानों को नक्सलियों के आधार इलाके में उतारा गया है। इसी तरह तेलंगाना और महाराष्ट सीमा क्षेत्र में नक्सलियों के दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी और तेलंगाना स्टेट कमेटी के लिंकिंग जोन में पामेड़ एरिया कमेटी के अंतर्गत चिंतावागु नदी के दूसरी ओर सीआरपीएफ का कैम्प स्थापित कर यहां नक्सल कॉरीडोर पर विराम लगाया गया है।

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