रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का आज दसवां दिन है। सदन में विधानसभा की कार्रवाई जारी है। प्रश्नकाल में बालेश्वर साहू के दवा क्रय का सवाल उठाने पर मामला गरमा गया है। इसका जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि, सभी अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। जहां कमी होगी, उसे दूर कर लिया जाएगा।
बता दें, सदन में छत्तीसगढ़ी को पाठ्यक्रम में शामिल करने का मुद्दा भी गूंजा है। यह मुद्दा कांग्रेस विधायक कुंवर सिंह निषाद ने उठाया है। उन्होंने पूछा कि, छत्तीसगढी कब तक पाठ्यक्रम में शामिल होगी। जिसका जवाब मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने देते हुए कहा कि, छत्तीसगढ़ी के साथ गोंडी, हलबी, सरगुजिया में पढ़ाई कराने का प्रयास किया जाएगा। वहीं कुंवर सिंह निषाद ने भी प्राथमिक शिक्षा छत्तीसगढ़ी में कब से प्रारंभ होगी का सवाल खड़ा किया है। इसके बाद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, भावनात्मक रूप से यह विषय अच्छा है। बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता में शामिल हो सकें, ऐसी व्यवस्था की जा रही है।
छत्तीसगढ़ी को आठवीं अनुसूची में शामिल कराना चाहिए- चंद्राकर
विधायक अजय चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ी को पाठ्यक्रम में शामिल करने के मामले को लेकर कहा कि, जब तक आठवीं अनुसूची में छत्तीसगढ़ी नहीं जुड़ेगी तब तक बाकी प्रांतों में मान्यता नहीं मिलेगी। छत्तीसगढ़ी को हमें आठवीं अनुसूची में शामिल कराने प्रयास करना चाहिए। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, जिन्होंने छत्तीसगढ़ी में डिग्री ली है, उन्हें भी अवसर मिलना चाहिए। इस पर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भरोसा जताते हुए कहा कि, जो छत्तीसगढ़ी में डिग्री लिए हैं, उनकी भी भर्ती की जाएगी।
शिक्षकों की भर्ती का मुद्दा उठा- अनुज
सदन में स्कूल शिक्षा विभाग में स्वीकृत और काम करने वाले कर्मचारियों का मुद्दा उठाया गया है। भाजपा विधायक रिकेश सेन के जगह विधायक अनुज शर्मा ने पूछा कि, कब तक शिक्षकों का प्रमोशन और भर्ती होगी। जिसपर स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने बताया कि, जल्द से जल्द कार्रवाई हो, ताकि स्कूलों में शिक्षकों की समस्या खत्म हो जाए। इसके बाद मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि, 6 महीने के अंदर शिक्षकों की भर्ती और प्रमोशन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।