पंकज भदौरिया- दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में मोतियाबिंद कांड में एकतरफा कार्यवाही करने पर जिला पंचायत अध्यक्ष का फूटा गुस्सा। अध्यक्ष तुलिका कर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि, मामले में एकतरफा कार्यवाही की गई गई है। नेत्र विशेषज्ञ और कर्मचारियों को टारगेट बनाया जा रहा है। जबकि उच्चाधिकारियों को मामले में क्लीनचिट दे दी गई है।
दरअसल जिला पंचायत अध्यक्ष तुलिका कर्मा ने मोतियाबिंद कांड में आरोप लगाते हुए कहा है कि, बीमार अस्पताल के अधिकारी लापरवाही और करोड़ों के घोटाले कर के भी बेफिक्र नज़र आते है। वहीं दूसरी ओर छोटे और मासूम कर्मचारियों को फंसाकर उन्हें दंडित किया जा रहा है। आगे उन्होंने कहा कि, मोतियाबिंद कांड में बड़े अधिकारियों पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
एकतरफा कार्यवाही की गई
मोतियाबिंद कांड में नेत्र चिकित्सक पर दबाव बनाकर टारगेट पूरा करने अधिकारियों ने सुरक्षा मानकों को ताक में रखकर बड़ी तादाद में ऑपरेशन करवाया। जब लोगों के आंखों में संक्रमण की बात आई तो नेत्र रोग विशेषज्ञ और कर्मचारियों के खिलाफ एक तरफा कार्यवाही कर दी गई। वहीं दूसरे एचआईवी नेगेटिव की रिपोर्ट वाले मामले में भी जिम्मेदार अधिकारियों को क्लीनचिट देकर केवल रजिस्टर में रिपोर्ट लिखने वालो को दोषी करार दे दिया गया।
उच्चाधिकारियों पर हो कार्यवाही- तुलिका कर्मा
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा जारी ड्रग एन्ड कंज्युमेबल मद मामले में कलेक्टर के अनुमोदन के बिना 3 करोड़ 48 लाख रुपए का डाका डालने वाले अधिकारियों पर भी शासन प्रशासन मौन है केवल जांच का झुनझुना बजा रही है। लापरवाही और करोड़ों की वित्तीय घोटाले कर लगातार जिले को बदनाम कर रहे जिला अस्पताल के उच्चाधिकारियों पर कानूनी कार्यवाही कर जेल भेजने की आवश्यकता है। तुलिका ने चेतावनी देते कहा कि, यदि शासन प्रशासन जल्द ही निर्दोषों को बहाल और दोषी अधिकारियों को आरोपी नहीं बनाया तो हम उग्र आंदोलन करेंगे ।