रायपुर। बुधवार को राम नवमीं है। यानी रामलला का जन्म हो चुका है। इसी के साथ ही छत्तीसगढ़ में राम-नवमी के पर्व पर भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। राजधानी के मंदिरों सहित चंदखुरी के माता कौशल्या मंदिर में भी भगवान राम की बाल रूप में विशेष अनुष्ठान और भंडारे का आयोजन किया गया है। मंगल गीत गाए जा रहे हैं। सभी मंदिरों में सुंदर फूलों से सजावट की गई है। सभी भक्त प्रभु राम के जन्म का उत्सव मनाने के लिये और उनके दर्शन करने पहुँच रहे हैं। पूरा प्रदेश आज भगवान राम की भक्ति में लीन है। मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ रही है।
प्राचीन दूधाधारी मठ में रामनवमी
राजधानी रायपुर के 500 साल प्राचीन दूधाधारी मठ और पुरानी बस्ती स्थित जैतुसाव मठ में भगवान राम का जन्म उत्सव मनाया जा रहा है। दोनों मंदिरों मे आज श्री राघवेंद्र सरकार का स्वर्ण श्रृंगार किया गया है। सुबह से ही भक्त दर्शन करने पहुँच रहे हैं।
श्री राम का ननिहाल चंदखुरी
छत्तीसगढ़ को भगवान राम का ननिहाल कहा जाता है और भक्त यहां श्री राम को अपने भांजे के रूप में पूजते और प्रेम करते हैं। आज भगवान राम के जन्म पर चंदखुरी में उनके बाल स्वरूप की विशेष पूजा की जा रही है। मंगल गीत गाये जा रहे हैं। मंदिर को बहुत ही सुंदरता से सजाया गया है। बता दें, यह छत्तीसगढ़ का एक मात्र मंदिर है, जहां भगवान राम को माता कौशल्या की गोद में बाल रूप में पूजा जाता है। रामलला की सुंदर प्रतिमा के दर्शन के लिये सुबह से ही श्रद्धालु पहुँच रहे हैं।
VIP चौक स्थित राम मंदिर में भव्य आयोजन
राजधानी रायपुर के वीआईपी चौक स्थित राम मंदिर में आज राम जन्मोत्सव के लिए भव्य आयोजन किया गया है। मंदिर को सुंदर फूलों से तरह सजाया गया है। यहां भगवान राम और मां सीता विराजित हैं। मंदिर में 12 बजे से भगवान राम का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। यहां भगवान श्रीराम का रुद्राभिषेक कर सवामणी भोग लगाया गया। सुबह से ही इस मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ है।