अमित गुप्ता- रायगढ़। सोमवार को रायगढ़ दौरे पर पहुंचे छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने पूस पुन्नी पर छततीसगढ़ में मनाए जाने लोकपर्व छेरछेरा की परंपरा को निभाते हुए वित्त मंत्री ओपी चौधरी और रायगढ़ लोकसभा सांसद राधेश्याम राठिया को धान भेंट किया। यहां वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कृषि मंत्री राव विचार नेताम से छेर-छेरा मांगा। इस दौरान वित्त मंत्री के साथ मौजूद अफसर और कर्मचारी भी छेर छेरा, माई कोठी के धान ल हेर हेरा बोलते नजर आए। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा देने की बात कही। वही जिले के कलेक्ट्रेट सभा में सभी अधिकारियों की बैठक ली।
उल्लेखनीय है कि, छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचलों में छेर छेरा के दिन लोग अपने घरों में आई नई फसल को बांटकर समाज में समानता, दानशीलता और भाईचारे का संदेश देते हैं। छेरछेरा पर्व पर बच्चों, युवाओं और महिलाओं की टोलियां गांवों और शहरों में ‘छेरछेरा, कोठी के धान ल हेरहेरा’ कहते हुए घर-घर जाकर दान मांगती हैं। लोग इन टोलियों को धान, अनाज, साग-भाजी, फल और पैसे खुशी-खुशी दान में देते हैं। यह पर्व आत्मीयता, सहयोग और समर्पण की भावना को प्रकट करता है।
रायगढ़ में वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कृषि मंत्री रामविचार नेताम से छेरछेरा मांगकर छत्तीसगए़ के प्रमुख लोकपर्वों में से एक की परंपरा का निर्वाह किया. #छेरछेरा_तिहार #Chhattisgarh @OPChoudhary_Ind @RamvicharNetam pic.twitter.com/XPzRoMZ7Iv
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) January 13, 2025
पर्व की पौराणिक मान्यता
छेरछेरा पर्व को लेकर कई पौराणिक मान्यताएं प्रचलित हैं। एक मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान शिव ने माता अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगी थी। इसीलिए इस दिन लोग दान को पुण्य का कार्य मानते हैं। साथ ही, इस दिन को मां शाकंभरी जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। छेरछेरा पर्व नई फसल के घर आने की खुशी को भी दर्शाता है। यह त्योहार किसानों के लिए खास महत्व रखता है क्योंकि यह उनकी मेहनत और फसल की समृद्धि का उत्सव है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग इस दिन को खलिहानों और घरों में धान दान करके मनाते हैं।
सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व
छेरछेरा पर्व छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। यह त्योहार सामाजिक समरसता और एकता को बढ़ावा देता है। इस पर्व के जरिए समाज के हर वर्ग को यह संदेश दिया जाता है कि संपन्न लोग जरूरतमंदों की मदद करें। दान देने की परंपरा से सामाजिक समानता और आपसी सहयोग की भावना प्रबल होती है। छत्तीसगढ़ सरकार ने इस वर्ष से छेरछेरा पर्व पर सामान्य अवकाश घोषित किया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को इस पर्व की शुभकामनाएं दी हैं। इस अवकाश से प्रदेश के लोगों को त्योहार का महत्व समझने और इसे मनाने का बेहतर अवसर मिलेगा।