रायपुर। छत्तीसगढ़ में पटवारियों के घूस लेने की शिकायतें बढ़ती जा रही हैं। इसी कड़ी में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने खैरागढ़ और पामगढ़ से दो भ्रष्ट पटवारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है।
मिली जानकारी के अनुसार खैरागढ़ जिले में पटवारी ने जमीन के कागजात में त्रुटि सुधार के नाम से 4 हजार की रिश्वत ले रहा था। आरोपी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जा रहा है। खैरागढ़ छुईखदान गंडई जिले में प्रकाशपुर हल्का नंबर 11 में पदस्थ पटवारी विवेक परगनिया टोलागांव के किसान किशोर दास साहू से जमीन में त्रुटि सुधार के नाम से रिश्वत मांगी थी। रकम न देने पर किसान को पटवारी लगातार चक्कर लगवा रहा था। किसान रिश्वत नहीं देना चाहता था, इसलिए उसने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो रायपुर में कर दी।
ACB की 8 सदस्यीय टीम पहुंची
शिकायत की सच्चाई पता करने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की आठ सदस्यीय टीम ने खैरागढ़ पहुंचकर ग्राम प्रकाशपुर में भ्रष्ट पटवारी को किसान से चार हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। आरोपी को गिरफ्तार कर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम अदालत में पेश करने की तैयारी में है। बताया जा रहा है कि, आरोपी पटवारी रायपुर के ममता नगर का रहने वाला है। आरोपी पटवारी को खैरागढ़ व्यवहार न्यायालय में पेश किया जाएगा।
जांजगीर-चाम्पा जिले में पकड़ा गया दूसरा पटवारी
वहीं दूसरे मामले में संजय कुमार खुंटे, ग्राम पनगॉव निवासी, पामगढ़ तहसील, जिला जांजगीर-चांपा ने एन्टी करप्शन ब्यूरो रायपुर में शिकायत की थी, कि उसने ग्राम पनगांव में स्थित 25 डिसमील जमीन खरीदी है, जिसका नक्शा कटवाने के लिए आरोपी पटवारी विजय लहरे से सम्पर्क करने पर उनके द्वारा 3500 रुपये की रिश्वत मांगी। प्रार्थी रिश्वत नहीं देता चाहता था, बल्कि रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। शिकायत सही पाये जाने से ट्रेप आयोजित कर आज आरोपी विजय लहरे पटवारी ग्राम पनगॉव, जिला जाजंगीर-चांपा को पटवारी कार्यालय में प्रार्थी से राशि 3500 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। दोनों प्रकरणों के आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है।