रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उत्तर भारतीय और भोजपुरी समाज सहित समस्त प्रदेशवासियों को चार दिवसीय छठ महापर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। साय ने छठी मइया से प्रार्थना करते हुए कहा है कि, छठ पर्व सभी के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लेकर आए।
उल्लेखनीय है कि, प्रदेश के अनेक शहरों में छठी मैया की पूजा के लिए तालाबों और नदियों के किनारे घाटों को खास तौर पर सजाया गया है। वहीं बिलासपुर में अरपा नदी के तट पर देश का सबसे बड़ा छठ घाट तैयार किया गया है। वहां पर हजारों की संख्या में छठव्रती महिलाएं एक साथ छठी मैया की पूजा करने पहुंचती हैं। इस साल भी छठ घाट पर बड़ी तैयारी की गई है।
आस्था और विश्वास का पर्व है छठ
डूबते हुए सूरज को और 8 नवंबर को उगते हुए सूरज को छठव्रतियां अर्घ्य देकर आशीर्वाद लेंगी। कठोर तपस्या और निर्जलाव्रत ही छठ आस्था और विश्वास का महत्वपूर्ण पर्व है। मान्यता है कि अच्छे स्वास्थ्य और संतान सुख के लिए यह पूजा करते हैं। छठीमैया हम सभी की आस्था और भावनाओं की केंद्र है। जिससे छठवर्तियों को घाट में पूजा करने में सहूलियत मिल सके।
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महाआरती में शामिल हुए सीएम साव
बुधवार की शाम बिलासपुर के छठ घाट पर गंगा आरती की तर्ज पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने अरपा मैया की महाआरती की। उपमुख्यमंत्री साव ने छठपूजा की शुरुआत अरपा मैया की महाआरती करके आशीर्वाद लिया और पूरे प्रदेश के खुशहाली के लिए छठी मैया से प्रार्थना कर मंगल कामना की। महाआरती में 5100 दीप नदी के जल में प्रवाहित किए गए। घाट पर गंगा आरती की तर्ज पर यहां आरती की गई। अरपा नदी के तट को रंग बिरंगी झालरों से सजाया गया है।