रायपुर। राजधानी रायपुर के माना स्थित बाल संप्रेक्षण गृह अब पूरी तरह से राम भरोसे हो गया है। यहां की सुरक्षा व्यवस्था अब तक फेल साबित हुई है, जिसका फायदा उठाकर सजा काट रहे यहां के नाबालिग लड़के कभी भी योजना बनाकर सुरक्षा घेरा तोड़कर फरार हो जाते हैं। 29- 30 की दरमियानी रात को भी इस बाल गृह की खिड़की तोड़कर 7 बालक फरार हो गए। इनमें से एक बालक को पेट्रोलिंग पर निकली पुलिस टीम ने रास्ते में गिरफ्तार कर लिया, वहीं अन्य 6 बालक अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
माना थाना प्रभारी ने बताया कि, शासकीय बाल संप्रेक्षण गृह से सोमवार-मंगलवार की रात 12.30 से 1 बजे के दौरान 7 बालक फरार हो गए। सभी बालक कमरे की खिड़की तोड़कर फरार हुए हैं, जिसका फूटेज संप्रेक्षण गृह में लगे सीसीटीवी में कैद है। आरोपी बालक जब भागे, तो इसकी सुरक्षाकर्मियों को भनक तक नहीं लगी। हालांकि घटना के करीब आधे घंटे बाद पेट्रोलिंग कर रही पुलिस की नजर एक बालक पर पड़ी, जिसे पकड़ने के बाद पता चला कि वह संप्रेक्षण गृह से फरार हुआ है। पुलिस ने इसकी जानकारी संप्रेक्षण गृह के जिम्मेदार अधिकारियों को दी। इसके बाद पता चला कि संप्रेक्षण गृह से एक नहीं, बल्कि 7 बालक भागे थे, इनमें से एक गलती से पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस फरार 6 आरोपियों को पकड़ नहीं पाई है। उन सभी की तलाश जारी है।
आरोपियों में हत्या के आरोपी शामिल
पुलिस सूत्रों के अनुसार संप्रेक्षण गृह से भागने वालों में चोरी, मादक पदार्थ बेचने के साथ दो हत्या के आरोपी भी हैं। बताया जा रहा है कि इनमें एक बालक ने साल भर पहले सड्डू क्षेत्र में एक 5 साल की मासूम से दुष्कर्म कर उसकी हत्या की थी, वहीं एक अन्य बालक ने दुर्गा विसर्जन के दौरान ताज नगर में एक युवक की हत्या की थी। अन्य बालक चोरी, मादक पदार्थ बेचने के आरोप में संप्रेक्षण गृह में थे।
डेढ़ माह पहले फरार हुए थे आधा दर्जन बालक
इस घटना के करीब दो माह पहले भी संप्रेक्षण गृह से आधा दर्जन से अधिक बालक फरार हुए थे। उस समय सुरक्षाकर्मी पर जानलेवा हमला कर सभी बालक फरार हुए थे। इस घटना के बाद भी संप्रेक्षण गृह में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई नहीं गई है।