रायपुर। प्रदेश के निजी और शासकीय विद्यालयों में 22 अप्रैल से ग्रीष्मकालीव अवकाश की घोषणा कर दी गई है। तपती गर्मी और उबलते शहर के बीच यह छुट्टियां बच्चों और उनके पालकों को राहत पहुंचा रही हैं, लेकिन केंद्रीय विद्यालय के छात्र अब भी गर्मी से जूझ रहे हैं। दरअसल यहां छुट्टी का मामला नियमों के पेंच में फंस गया है। केंद्रीय विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा केंद्रीय समिति द्वारा ही की जाती है। पूर्व में जारी अधिसूचना के मुताबिक, इस बार केंद्रीय विद्यालयों में 2 मई से 20 जून तक गर्मी की छुट्टियां रहेंगी। विशेष परिस्थितियों, प्राकृतिक आपदाओं अथवा मौसम जनित विपरित हालातों के दौरान ही यहां राज्य प्रशासन द्वारा अवकाश दिया जा सकता है। चूंकि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए आदेश में केंद्रीय विद्यालय का जिक्र नहीं किया गया था, इसलिए यहां किसी तरह का अवकाश नहीं होगा। पूर्व की तरह ही कक्षाएं यहां संचालित होती रहेगी।
बदला गया था समय
रायपुर में तीन केंद्रीय विद्यालय डीडी नगर, डब्ल्यूआरएस कॉलोनी तथा नया रायपुर में स्थित हैं। हरिभूमि की टीम यहां सोमवार सुबह स्थिति का जायजा लेने पहुंची। सभी कैंपस में बच्चे गर्मी से हालाकान होते हुए खुद को बचाने की जुगत करते हुए दिखाई दिए। ठंडे पानी से लेकर स्कार्फ, छाता और चश्मे की मदद वे लेते रहे।पालक भी नव्हे बच्चों को बचाते नजर आए। गौरतलब है कि इसके पूर्व स्कूल शिक्षा विभाग प्रदेश भर के विद्यालयों में समय परिवर्तन करते हुए पहली पाली की कक्षाएं सुबह 11 बजे तथा दूसरी पाली की कक्षाएं दोपहर 3 बजे छोड़ने आदेश दिए गए थे। मौसमी प्रकोप के कारण बदले हुए समय को यहां लागू किया गया था।
ऐसा पहली बार नहीं
यह पहली बार नहीं है, जब गर्मी के चलते दी जाने वाली छुट्टियों से केंद्रीय विद्यालय के छात्रों को राहत नहीं मिल पा रही हो। लगभग प्रत्येक भीषण गर्मी के कारण राजधानी सहित प्रदेश के सभी स्कूल बंद करने की स्थिति निर्मित हो जाती है। आदेश भी जारी होते हैं, लेकिन केवी के बच्चों को कोई लाभ नहीं मिल पाता है। जिम्मेदार आदेश जारी करते समय इन बच्चों की सुध लेना मूल जाते हैं।
व्यवस्था करेंगे
रायपुर कलेक्टर डॉ गौरव कुमार ने बताया कि, केंद्रीय विद्यालय खुले होने की जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो नियमों की जानकारी लेकर उचित व्यवस्था की जाएगी।