कुरुद में बनेगा चिलिंग प्लांट : विधानसभा में अपने ही मंत्रियों से चंद्राकर पूछ रहे सवाल, सदन में गूंजा गोबर खरीदी का मुद्दा 

Kurud MLA Ajay Chandrakar
X
कुरुद विधायक अजय चन्द्राकर
कुरुद विधानसभा से विधायक अजय चन्द्राकर विधानसभा सत्र में नियम विरुद्ध हुए कामों और लापरवाहियों लेकर अपने ही सरकार के मंत्रियों से सवाल पूछ रहे हैं। 

यशवंत गंजीर-कुरुद। छत्तीसगढ़ के कुरुद से विधायक अजय चन्द्राकर के प्रयासों के चलते यह विधानसभा विकास के नये आयाम स्थापित कर रहा है। उनके प्रयासों के चलते कुरुद विधानसभा क्षेत्र में चिलिंग प्लांट स्थापित की जायेगी। इससे क्षेत्र के विकास में एक और उपलब्धि जुड़ जाएगी।

उल्लेखनीय है कि, वर्तमान में छत्तीसगढ़ का विधानसभा सत्र जारी है। जिसके तहत प्रश्नकाल के दौरान कुरुद के विधायक श्री चन्द्राकर लगातार जनहित के मुद्दो पर मुखर हैं। उन्होंने पशुपालक किसानों के हितो को ध्यान में रखते हुए सदन में अपनी बात व मांग रखी जिस पर बड़ा फैसला लेते हुए सीएम विष्णु देव साय ने दुग्ध व्यवसायियों के लिए मिल्क रूट और चिलिंग प्लांट स्थापित करने की घोषणा की। उनके घोषणा के अनुरूप कुरुद विधानसभा में भी चिलिंग प्लांट स्थापित किया जायेगा। उक्त घोषणा पर दुग्ध व्यवसाय से जुड़े किसानों और समूहों के लोगों ने विधायक श्री चंद्राकर और सीएम श्री साय के प्रति आभार व्यक्त किया है।

लगातार सवाल उठा रहे हैं विधायक चंद्राकर

आपको बता दें कि, विधायक श्री चंद्राकर नियम विरुद्ध कार्य या लापरवाहियों पर अपने ही सरकार के मंत्रियों से जवाब तलब कर रहे है। रोजाना सरकार के मंत्रियों पर सवाल दाग रहे है और जवाब से असंतुष्ट होने पर जांच कार्रवाई की मांग कर रहे है। उनके प्रश्नों से अब तक सदन में कई मुद्दों पर जांच की घोषणा हो चुकी है। इसके अतिरिक्त विकास के मुद्दे पर भी श्री चन्द्राकर लगातार सक्रिय है। कुरुद के साथ साथ प्रदेश के विकास के मुद्दो के प्रति गंभीरता दिखा रहे है।

गौठानो में पैरा परिवहन को लेकर पूछा सवाल

विधायक अजय चन्द्रकर ने गोबर खरीदी के मुद्दे पर भ्रष्टाचार की जांच का मामला सदन में उठाया। उन्होंने पैरा दान, पैरा परिवहन के दर निर्धारण और भुगतान के मद की जानकारी मांगी है। श्री चन्द्राकर ने पूछा कि, गौठानो में पैरा परिवहन में 14 वें और 15वें वित्त आयोग का पैसा लगाया गया वित्त आयोग की राशि को ऐसे काम में लगाने का नियम क्या है। जिस पर सवाल जवाब के पश्चात आखिर में जांच का आश्वासन दिया गया। इसी प्रकार राशन वितरण प्रणाली में गड़बड़ी का मामला विश्वविद्यालय में प्रदेश के विभूतियों के जीवन पर रिसर्च हेतु गठित विभाग आदि के मुद्दे पर सवाल उठाये है।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story