साय कैबिनेट का बड़ा फैसला : ईओडब्लू करेगी भारतमाला घोटाले की जांच, मामले में कई अफसर हो चुके हैं सस्पेंड

सीएम साय मंत्रिपरिषद ने छत्तीसगढ़ में भारत माला परियोजना घोटाले की जांच ईओडब्ल्यू के माध्यम से कराने का निर्णय लिया है।;

By :  Ck Shukla
Update: 2025-03-13 06:12 GMT
CM Vishnu Deo Sai, cabinet meeting decision, EOW investigate, Bharatmala scam
साय कैबिनेट की बैठक
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रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मंत्रिपरिषद ने छत्तीसगढ़ में भारत माला परियोजना के क्रियान्वयन में भ्रष्टाचार की प्राप्त शिकायत को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच ईओडब्ल्यू के माध्यम से जांच कराने का निर्णय लिया है। उल्लेखनीय है कि इस मामले में परियोजना के आसपास की जमीनों को कई टुकड़ों में बांटकर करीब 350 करोड़ का मुआवजा बांटा गया। जबकि वास्तविक मुआवजा 35 करोड़ का बन रहा था। यह मामला विधानसभा में विपक्ष ने प्रमुखता से उठाया था। इस मामले की गूंज लगातार बनी रही। आरंग और अभनपुर इलाके में मुआवजे को लेकर बड़ा खेल हुआ है। इस मामले में जांच के बाद कई सस्पेंड भी हो चुके हैं। अब इसकी जांच ईओडब्लू करेगी। 

CM vishnu deo sai

विधेयकों का अनुमोदन

कैबिनेट ने कुछ विधेयकों का अनुमोदन किया है। इनमें छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल विधेयक-2025, छत्तीसगढ़ सहकारी सोसाइटी (संशोधन) विधेयक-2025 छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय (स्थापना एवं संचालन) (संशोधन) विधेयक-2025 के प्रारूप शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने 27 फरवरी को फिल्म छावा को राज्य में टैक्स फ्री करने की घोषणा की थी। मंत्रिपरिषद द्वारा मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुपालन में फिल्म छावा के प्रदर्शन पर प्रवेश हेतु देय राज्य माल और सेवा कर (एसजीएसटी) के समतुल्य धनराशि की प्रतिपूर्ति किए जाने का अनुमोदन किया गया। मंत्रिपरिषद द्वारा राज्य में जल संसाधनों के बेहतर प्रबंधन और वैज्ञानिक योजना तैयार करने के लिए राज्य जल सूचना केन्द्र का गठन करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय से समझौता ज्ञापन (एमओयू) करने की सहमति प्रदान की गई।

नक्सलवाद पर सरकार की नई नीति को मंजूरी 

मंत्रिपरिषद ने राज्य में नक्सल समस्या के समाधान के लिए ठोस पहल करते हुए छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति-2023 के स्थान पर छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण, पीड़ति राहत एवं पुनर्वास नीति-2025 को मंजूरी प्रदान की है। इस नीति के तहत आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों को आर्थिक सहायता, पुनर्वास, शिक्षा, रोजगार और सुरक्षा जैसी सुविधाएं दी जाएंगी।

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