रायपुर। यदि आप तय समय पर कॉलेजों में प्रवेश नहीं ले सके हैं, तो आपको चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। निजी विवि तिथि गुजरने के बाद भी प्रवेश दे रहे हैं। इसके लिए बाकायदा होर्डिंग लगाए गए हैं और विज्ञापन भी दिए जा रहे हैं, जबकि उच्च शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर केवल 16 अगस्त तक ही प्रवेश प्रदान करने की अनुमति दी दी थी। शासकीय और निजी दोनों ही विवि उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत आते हैं। यहां एक समान ही नियम लागू होते हैं। इसके बाद भी निजी विश्वविद्यालयों द्वारा मनमानी करते हुए छात्रों को दाखिले दिए जा रहे हैं।
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा इस बार प्रवेश की तिथियों में दो बार संशोधन किया गया है। सर्वप्रथम शैक्षणिक कलैंडर जारी कर 14 अगस्त तक प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण करने निर्देश दिए गए थे। इसके बाद तिथि घटाकर 31 जुलाई किया गया। पुनः इसमें वृद्धि करते हुए इसे 16 अगस्त किया गया। इसके बाद किसी तरह की कोई वृद्धि नहीं की गई है। सूत्रों के अनुसार अब महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में प्रवेश तिथियों में प्रवेश नहीं दिए जाएंगे। इसके बाद भी निजी विश्वविद्यालयों में बैंक एंट्री दी जा रही है। अब तक निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग द्वारा स्वस्फूर्त कोई कार्रवाई नहीं की गई है। विभिन्न छात्र संगठनों द्वारा भी पूर्व में निजी विवि में अनुशासनहीनता को लेकर आवाज उठाई गई थी।
छत्तीसगढ़ में 17 निजी विवि विरोध में बैठक आज
प्रदेश में 17 निजी विश्वविद्यालय हैं। अंदरुनी सूत्रों के अनुसार, इनमें से 90 फीसदी विश्वविद्यालयों में छात्रों को दाखिले दिए जा रहे हैं। अब शासकीय विवि से संबद्ध महाविद्यालयों ने इसके खिलाफ मोर्चा खोलने का निर्णय ले लिया है। इस सप्ताह कॉलेज एसोसिएशन द्वारा शिकायत की जाएगी। इसके लिए बुधवार को बैठक लेकर आगे की रूपरेखा बनाई जाएगी।
उच्च शिक्षा विभाग से शिकायत
प्राइवेट कॉलेज एसोसिएशन के सचिव डॉ. देवाशीष मुखर्जी ने बताया कि, निजी विवि नियामक आयोग द्वारा स्वस्फूर्त होकर इस दिशा में कदम उठाया जाना चाहिए। कोई एक्शन अब तक नहीं हुआ है। हमने उच्च शिक्षा विभाग से शिकायत करने का फैसला किया है।