21 को राम मंदिर के साथ राम दरबार की झांकी भी निकलेगी
बाहुबली हनुमान और वानर सेना दिल्ली से आएगी
रायपुर । अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले राजधानी रायपुर में भी एक नया इतिहास रचने की तैयारी है। देश में पहली बार 24 घंटे का चलित अखंड रामायण ने पाठ का आयोजन 21 जनवरी से 22 जनवरी तक किया जा रहा है। इस आयोजन में अयोध्या के राम मंदिर के साथ राम दरबार की झांकी के भी दर्शन होंगे। बाहुबली हनुमान और उनकी वानर सेना का लाइव शो भी होगा। यह शो दिल्ली के कलाकार प्रस्तुत करेंगे। वृंदावन की संगीतमय राममंडली के साथ रायपुर के भी छह लोग रामायण पाठ करेंगे। राजधानी रायपुर की सामाजिक संस्था कुछ फर्ज हमारा भी ने देश में पहली बार इस तरह का आयोजन करने की योजना तैयार की है। इस योजना के लिए लगातार तैयारी चल रही है। राम मंदिर और राम दरबार की झांकी राजनांदगांव में बनाई जा रही है। अयोध्या में जो राम मंदिर बन रहा है, उसी के दर्शन यहां की झांकी में होंगे।
राम मंदिर से होगा प्रारंभ
चलित अखंड रामायण पाठ का प्रारंभ 21 जनवरी को सुबह 9 बजे राम मंदिर से होगा। यहां से दस वाहनों का काफिला चलेगा, जो दूसरे दिन 22 जनवरी को 11 बजे मारुति मंगलम गुढ़ियारी में समाप्त होगा। पहले दिन 21 जनवरी को राम मंदिर से चलते हुए तेलीबांधा, अंवति विहार, खम्हारडीह, कचना से विधानसभा रोड, मोवा, पंडरी, जेल रोड, फाफाडीह, रेलवे स्टेशन, तेलघानी नाका चौक होकर राठौर चौक तक का सफर तय होगा। रात को 9 बजे से सुबह 6 बजे तक राठौर चौक में वाहनों को खड़े करके वहां पर रातभर रामायण का पाठ होगा। दूसरे दिन सुबह 6 बजे से फिर से काफिला रवाना होगा। रामसागर पारा, अग्रसेन चौक, समता कालोनी, चौबे कालोनी, राजकुमार कॉलेज, महोबा बाजार होते हुए भारत माता चौक गुढ़ियारी के बाद मारुति मंगल में इसका समापन होगा। दो दिनों में 40 किलोमीटर का सफर तय होगा। बीच में एक सेकंड के लिए भी पाठ नहीं रुकेगा।
पहली बार ऐसा आयोजन
कुछ फर्ज हमारा भी के संस्थापक अध्यक्ष नितिन सिंह राजपूत ने बताया कि ,हम लोगों ने पूरी जानकारी जुटाई है। देश में कहीं भी 24 घंटे के चलित रामायण पाठ का आयोजन नहीं किया गया है। यह बिलकुल नया कंसेप्ट है।
15 फीट के हनुमान का लाइव शो
कार्यक्रम में दिल्ली के कलाकार 15 फीट के बाहुबली हनुमान के रूप में अपनी प्रस्तुति देंगे। उनके साथ पूरी वानर सेना भी रहेगी। इनके लिए एक अलग वाहन की व्यवस्था की गई है। आयोजन में साथ रहने वाले बुजुर्ग और अन्य लोगों के लिए भी वाहनों की व्यवस्था रहेगी।