रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के मठपुरैना में एक परिवार के सामूहिक आत्महत्या की जांच के लिए कांग्रेस ने जांच कमेटी बनाई है। पार्टी ने रायपुर पश्चिम के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय को इस जांच कमेटी का संयोजक बनाया है। श्री उपाध्याय के साथ कमेटी में छह सदस्य शामिल किय गए हैं। यह कमेटी माता-पिता और बेटी ने किन परिस्थितियों में आत्महत्या का रास्ता अपनाया, इस बात की जांच कर प्रदेश कांग्रेस कमेटी को रिपोर्ट सौंपेगी। 

पुलिस ने तेज की जांच

उल्लेखनीय है कि, मठपुरैना इलाके में एक ही परिवार के तीन लोगों की फंदे पर लटकती लाश मिली गुरुवार को मिली थी। एक ही परिवार के तीन सदस्यों की आत्महत्या से सनसनी फैल गई है। आत्महत्या करने वालों में पति, पत्नी और उनकी 16 साल की बेटी शामिल है। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट हुई है। सुबह एफएसएल की टीम मौके पर पहुंचकर जांच कर रही है। घटना स्थल को पुलिस ने सील कर दिया है। पुलिस के मुताबिक लखन सेन, उसकी पत्नी रानू तथा बेटी पायल ने फांसी लगाकर खुदकुशी की है। पुलिस के अनुसार लाश दो से तीन दिन पुरानी है। कमरे के अंदर से बदबू आने पर लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। पड़ोसियों के अनुसार मृतक ड्राइवर था। 

बैज ने इसे सरकार की नाकामी बताया
एक परिवार की तीन लोगों की आत्महत्या को लेकर सियासत भी तेज हो गई है। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने इसे भाजपा सरकार की वादाखिलाफी बताते हुए सरकार पर जमकर निशाना साधा है। मिडिया से चर्चा करते हुए पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि, मोदी सरकार की योजनाओं के चलते बढ़ी मंहगाई, बेरोजगारी और वादाखिलाफी से लोग हतोत्साहित हैं। बीजेपी पर निशाना साधते हुए श्री बैज ने कहा कि, जब हमारी सरकार की योजनाओं से सीधे हितग्राहियों के खाते में राशि जाती थी। बीजेपी की सरकार बनने के बाद इन्होने उसे बंद कर दिया गया है।