रायपुर। विदेशी कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर गुरुवार को कांग्रेसी ED दफ्तर का घेराव कर रहे हैं। पचपेड़ी नाका के पास पुजारी काम्प्लेक्स में मौजूद ED दफ्तर के बाहर सुबह से कांग्रेसियों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है। दोपहर लगभग 1 बजे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और PCC चीफ दीपक बैज भी धरनास्थल पर पहुंचे।
हिंडनबर्ग ने लगाए ये आरोप
उल्लेखनीय है कि, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में सेबी प्रमुख माधवी बुच पर यह आरोप लगा है कि, उन्होंने व्यक्तिगत हित के लिए हिंडनबर्ग रिपोर्ट के प्रकाशित होने के 18 महीने बाद भी एक समूह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इसी के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा।
प्रदर्शन में कांग्रेस पदाधिकारी भी होंगे शामिल
प्रदर्शन में कांग्रेस प्रदेश पदाधिकारियों, सांसद, पूर्व सांसद प्रत्याशी, विधायक, पूर्व प्रत्याशी, पूर्व विधायकों समेत सभी पदाधिकारी शामिल होंगे।
माधवी ने आरोपों से किया इनकार
माधवी बुच ने कहा कि, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। ये आरोप चरित्र हनन का प्रयास भर है। SEBI चेयरपर्सन ने सभी फाइनेंशियल रिकॉर्ड डिक्लेयर करने की इच्छा जताई। उन्होंने अपने पति धवल बुच के साथ एक ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा कि, “हमारा जीवन और फाइनेंस एक खुली किताब है।“
हिंडनबर्ग ने किया ये दावा
दरअसल, व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों के आधार पर हिंडनबर्ग ने दावा किया था कि, बुच और उनके पति की मॉरीशस की ऑफशोर कंपनी ‘ग्लोबल डायनामिक अपॉर्च्युनिटी फंड’ में हिस्सेदारी है। गौरतलब है कि, हिंडनबर्ग रिसर्च पिछले साल अडाणी ग्रुप पर वित्तीय अनियमितता के आरोप लगाकर चर्चा में आई थी।