रायपुर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर चुकी है। न्याय यात्रा के प्रदेश में पहुंचते ही एक बार फिर कांग्रेस में गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है। हम ऐसा इसलिए कह रहे क्योंकि, रायगढ़ जिले के रेंगालपाली सभास्थल के आस-पास की दीवालों में सीएम भूपेश बघेल के नाम की लगी पेंटिंग रातों-रात किसी ने हटाकर उसमें उमेश पटेल जिंदाबाद के नारे लिख दिए हैं।
इतना ही बल्कि भिलाई नगर के विधायक देवेंद्र यादव के नाम पर भी काला पेंट पोत दिया गया है। वॉल राइटिंग में इस बदलाव के बाद पूर्व मंत्री उमेश पटेल के सहयोगियों पर ऐसा आरोप लगाए जा रहा है। शुक्रवार की देर रात देवेंद्र यादव और उमेश पटेल के समर्थकों में वॉल पेंटिंग को लेकर विवाद शुरू हो गया और दोनों ही इस मामले को लेकर आमने-सामने आ गए।
40 किमी. दूर तक मिटाई गई वाल पेंटिंग
कार्यकर्ता एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए बहस करने लगे। लेकिन विवाद को बढ़ता देख बड़े नेता बीच-बचाव में आये और किसी तरह समझा-बुझाकर मामले को शांत करवाया। वहीं इस पूरे मामले में उमेश पटेल ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है। दरसअल, राहुल गांधी की न्याय यात्रा 11 फरवरी को रायगढ़ के आगे बढ़ते हुए खरसिया में प्रवेश करेगी। ऐसे में राहुल की रूट में आने वाले लगभग 40 किलोमीटर वॉल राइटिंग में ऐसा बदलाव देखने को मिल रहा है।
एंट्री नहीं मिलने पर पूर्व विधायक धरने पर बैठे थे
न्याय यात्रा के इन स्थानों पर पहले पूर्व सीएम भूपेश बघेल और देवेंद्र यादव के नाम की वाल पेंटिंग करवाई गई थी। लेकिन अब उन पर पोताई कर पूर्व मंत्री उमेश पटेल का नाम लिख दिया गया है। ऐसा ही एक विवाद 8 फरवरी को ओडिशा से छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में यात्रा के प्रवेश करने के दौरान भी विवाद देखने को मिला था। जहां पूर्व विधायक प्रकाश नायक VIP गेट से एंट्री नहीं मिलने पर गेट पर बैठकर धरना देने लगे थे। दूसरी ओर जो सभा स्थल के लिए जो भव्य गेट बनाया गया था, वो भी गिर गया था। जिसको लेकर सोशल मीडिया पर भी पार्टी को ट्रोल किया गया था।
राहुल की सभा में नहीं जुटी भीड़, पायलट ने लगाई नेताओं की क्लास
वहीं इस पूरे मामले पर कांग्रेस पार्टी के सूत्रों की माने तो 8 फरवरी को ओडिशा बॉर्डर के गांव रेंगालपाली में हुई फ्लैग एक्सचेंज सेरेमनी में भीड़ नहीं जुटने पर छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट ने जिम्मेदार नेताओं की जमकर क्लास लगाई थी। साथ ही उन्होने स्थानीय नेताओं को ज्यादा से ज्यादा मात्रा में भीड़ जुटाने के निर्देश दिए।