Logo
सुकमा जिले में धर्मांतरण को लेकर हुई बैठक के बाद प्रशासन की टीम पलायन करने वाले ग्रामीणों के बीच पहुंची। जहां पर उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारा से रहने की समझाइश दी। 

लीलाधर राठी- सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में बीते दिनों से धर्मान्तरण का मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां के ग्राम पंचायत करीगुण्डम में विगत दिनों धर्मान्तरण को लेकर ग्रामीणों की बैठक हुई थी। जिसके बाद कई परिवारों ने अपना घर छोड़ दिया है। जिसकी सूचना मिलने के बाद प्रशासन की टीम बुधवार को गांव पहुंची। जहां पर उन्होंने बैठक आयोजित कर लोगों को समझाइश दी और आपसी सहमती से विवाद का निराकरण किया। 

दरअसल, यह पूरा मामला किष्टाराम थाना क्षेत्र का है। जहां के करीगुण्डम गाँव में बीते दिनों धर्मान्तरण को लेकर ग्रामीणों की बैठक हुई थी। जिसके बाद कई परिवारों ने अपना घर छोड़ दिया है। वहीं मामले की सूचना मिलने के बाद कलेक्टर देवेश ध्रुव और एसपी किरण चव्हाण के मार्गदर्शन में प्रशासनिक अमला तत्काल गांव पहुंचा। जहां पर उन्होंने गांव में पंच, सरपंच और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में बैठक आयोजित की। 

Conversion- Meeting- Administrative Team
गाँव के लोगों से बातचीत करते हुए जवान

आपसी सहमति से विवाद का हुआ निराकरण 

बैठक में दोनों ही पक्षों के विषयों को सुना गया। जिसके बाद आपसी सहमति से विवाद का निराकरण किया गया। सर्वसम्मति से ग्राम में शांति और सौहार्द स्थापना के लिए सामाजिक परंपराओं का सम्मान करने के लिए सहमति बनी। इस दौरान प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम तहसीलदार कोंटा गिरीश निम्बलकर, एसडीओपी मराइगुडा शिखर मरावी, थाना प्रभारी किष्टाराम सुरेंद्र पामभोई के साथ करीगुण्डम मजूद थे। 

पलायन करने वालों को अफसरों ने समझाया 

बैठक के बाद अफसरों ने करीगुंडम से पलायन करने वाले लोगों को भी समझाया और साथ मिलकर रहने की बात कही। किसी प्रकार का भी परस्पर विवाद ना करने को लेकर सभी पक्षों में आपस में समझौता कराया। वहीं  क़ानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए  तहसीलदार की उपस्थिति में दोनों ही पक्षों के विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्यवाही भी की गयी।

5379487