घनश्याम सोनी - बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में बीते महीने हुए महिला के क़त्ल की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। इस पूरे मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जहां दोनों आंखों से दिव्यांग नाबालिग युवक इस हत्या का मास्टरमाइंड निकला। दिव्यांग ने अपने मामा के बेटे के साथ मिलकर इस पूरी वारदात को अंजाम दिया है। इतना ही नहीं दोनों आरोपियों ने महिला को मारने के बाद उसके लाश के साथ दुष्कर्म भी किया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
बीते दिनों राजपुर पुलिस को 31 जनवरी की शाम तक़रीबन 5 बजे हरीतिमा के जंगल में एक महिला की लाश मिलने की सूचना मिली। लाश मिलने की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और शव को अपने कब्जे में ले लिया। प्रथम दृष्ट्या में पुलिस ने हत्या की आशंका के आधार पर केस दर्ज कर लिया। लेकिन जब साइबर सेल की मदद से इस पूरे मामले में जांच हुई तो पुलिस को एक मोबाइल नंबर के जरिए इस पूरे घटनाक्रम के मास्टरमाइंड पता चला। पुलिस जब इस क्ट्या के मास्टरमाइंड के पास पहुंची तो पता चला कि, मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि दोनों आंखों से दिव्यांग एक 17 साल का नाबालिग युवक है।
मृतका रिश्ते में लगती थी भाभी
मृतका दिव्यांग नाबालिग युवक की रिश्ते में भाभी लगती थी और वह अपने पति के साथ घर से दूर असोला स्थित अलग मकान में रहती थी। आरोपी दिव्यांग के घर में पैसे की तंगी थी और उसे लगता था कि, मृतका के अलग रहने की वजह से ही उसका परिवार पैसे की तंगी झेल रहा है। इसी बात से युवक उससे गुस्सा था। जिसके बाद दिव्यांग नाबालिग युवक ने इस पूरे हत्या की कहानी रची। पहले उसने अपनी भाभी को फोन कर हरीतिमा जंगल के पास बुलाया और फिर शराब और मुर्गा के सेवन के बाद उसने रस्सी से गला घोंटकर उसे मौत के घाट उतार दिया।
दोनों आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि, इस पूरे घटनाक्रम में दिव्यांग नाबालिग युवक के साथ उसके मामा के एक 18 साल के लड़के ने भी उसका सहयोग किया। दोनों ही आरोपी हत्या और दुष्कर्म में शामिल थे। दोनों आरोपियों ने महिला की हत्या करने के बाद उसके लाश के साथ दुष्कर्म किया। फिलहाल पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है और दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी गई है।