रायपुर। राज्य में बड़े पैमाने पर विदेश से तस्करी कर लाई गई तीन करोड़ 89 लाख रुपए की विदेशी सिगरेट, सिगार और गांजा सहित अन्य प्रतिबंधित मादक पदार्थ फूंकने के काम आने वाले रोलिंग पेपर की गुरुवार को होली जलाई गई। विदेश सिगरेट, सिगार और रोलिंग पेपर जलाने की कार्रवाई कस्टम तथा डीआरआई के अफसरों की निगरानी में उरला स्थित एक फर्नेस प्लांट में की गई।
विदेशी सिगरेट, सिगार और रोलिंग पेपर जलाने की कार्रवाई सीमा शुल्क आयुक्त कार्यालय भोपाल और इंदौर के अफसरों के निर्देश पर की गई। अफसरों के अनुसार, विदेशी मूल की 41 लाख के करीब विदेशी सिगरेट के साथ दो हजार विदेशी सिगार और 557 रोलिंग पेपर को नष्ट किया गया है। नष्टीकरण भारतीय सीमा शुल्क अधिनियम 1962 के प्रावधानों के उल्लंघन करने पर किया गया है।
इसलिए युवा आकर्षित होते हैं
धूम्रपान के काम आने वाले सिगरेट पैकेट के 85 प्रतिशत हिस्से में स्वास्थ्य संबंधित सचित्र चेतावनी जारी करना अनिवार्य है। विदेशी सिगरेट में इस तरह की चेतावनी नहीं होती। ऐसे में युवा विदेशी सिगरेट को कम नुकसानदायक मानकर उसका सेवन करने आकर्षित होते हैं। साथ ही कीमत कम होने की वजह से विदेशी सिगरेट की मांग ज्यादा रहती है।
अन्य सिगरेट की अपेक्षा कीमत कम
बगैर कस्टम ड्यूटी तथा जीएसटी चोरी कर तस्करी के माध्यम से लाई गई विदेशी सिगरेट, सिगार की कीमत अन्य प्रचलित सिगरेट तथा सिगार से आधी से कम रहती है। दुकानदार ज्यादा मुनाफा कमाने के लालच में विदेशी ब्रांड की सिगरेट तथा सिगार को मंगाते हैं। छत्तीसगढ़ में विदेशी सिगरेट ज्यादातर कोलकाता तथा नागपुर से मंगाई जाती हैं। विदेशी सिगरेट, सिगार तथा रोलिंग पेपर मंगाने का कारोबार कच्चे में होता है।
दो साल में जब्त की गई थी
डीआरआई के अफसरों ने अलग-अलग जगहों पर छापे की कार्रवाई कर उक्त सिगरेट, सिगार तथा रोलिंग पेपर को जब्त किया था। इस तरह की विदेशी सिगरेट सहित अन्य मादक पदार्थों की समय समय पर नष्टीकरण करने की कार्रवाई की जाती है। इसी कड़ी में इन मादक पदार्थों का नष्टीकरण किया गया है।