रायपुर। छत्तीसगढ़ में भी चक्रवाती तूफान फेंगल का बड़ा असर पड़ रहा है। सीएम साय ने राज्य में बारिश की संभावना को देखते हुए धान को बारिश से बचाने के लिए एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। राज्य में 14 नवंबर से धान खरीदी जारी है। जिसके कारण धान खुले आसमान के नीचे रखे हुए हैं। वहीं चक्रवाती तूफान के कारण हुए मौसम परिवर्तन ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। 

अचानक हुए मौसम में बदलाव के कारण किसानों की चिंता बढ़ गई है। प्रदेश में इस समय धान खरीदी का महाभियान चल रहा है। जिसे धयान में रखते हुए खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने सभी जिलों के कलेक्टरों को धान को बारिश से बचाने पुख्ता इन्तजाम करने के निर्देश दिए है। बघेल ने कहा कि, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी हमारी सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री विष्णु देव के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में 14 नवंबर से धान खरीदी का महाअभियान चल रहा है। राज्य में अब तक 18.09 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। राज्य में अब तक 3.85 लाख किसानों ने अपना धान बेचा है। 

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माइक्रो एटीएम से किसानों को हो रही सुविधा- बघेल 

मंत्री दयाल दास बघेल ने बताया कि, किसानों को बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत 3706 करोड़ 69 लाख रुपये का भुगतान किया गया है। आगे बघेल ने कहा कि, इस साल 2 हजार 739 खरीदी केन्द्रों के माध्यम से 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है।  राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ प्रदेश के पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीद रही है। किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए खरीदी केन्द्रों में माइक्रो एटीएम से दो हजार से दस रुपये तक की राशि निकालने की सुविधा दी है।

धान की अवैध आवक पर हो रही निगरानी 

प्रदेश के सभी 2 हजार 58 सहकारी समितियों में माइक्रो एटीएम उपलब्ध कराई गई है। इससे किसानों को धान बेचने परिवहन के लिए किराए पर लिए गए ट्रैक्टर, मेटाडोर आदि का भाड़ा और हमाली-मजदूरी का भुगतान करने में सुविधा हो रही है। साथ ही दूसरे राज्यों से धान के अवैध आवक, परिवहन की रोकथाम के लिए बॉर्डर इलाकों में विशेष निगरानी रखने के लिए चेक पोस्ट स्थापित किए गए है। धान खरीदी व्यवस्था पर निगरानी के लिए अलग- अलग जिलों के लिए राज्य स्तरीय वरिष्ठ अधिकारियों की टीम बनाई गई है।