पंकज भदौरिया- दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में बैलाडीला की लौह अयस्क खदानें इस बार विश्वकर्मा जयंती पर आम लोगों के लिये बन्द रहीं। इससे ग़ुस्साये लोगों ने बचेली चेकपोस्ट के पास घण्टो धरना दिया, लेकिन फिर भी किसी सैलानी को पहाड़ी क्षेत्रों में एंट्री नहीं मिली। 

लौह अयस्क की खदानें विश्वकर्मा पूजा के दिन बन्द  

प्रशासन और एनएमडीसी ने दी थी बन्द की सूचना 

दरअसल इस बार पूरे बस्तर में अत्यधिक बारिश हुई जिसकी वजह से किरंदुल लोह अयस्क माईन्स क्षेत्र में भू स्खलन और लोहे के ब्लू डस्ट से भारी तबाही मची थी और 300 परिवार प्रभावित हो गये थे जिन्हें एनएमडीसी ने हर्जाने के तौर पर साढ़े सात करोड़ मुवावजा भी दिया था। इन्हीं सबको देखते हुए अत्यधिक बारिश का हवाला देते हुए विश्वकर्मा जयंती में आम लोगो के लिये एनएमडीसी ने प्रवेश निषेध रख दिया था। 

खदानों के अंदर से दिखाई देते हैं कुछ इस तरह के नजारे

बेहतरीन नजारे का लुत्फ नहीं उठा पाने की दिखी नाराजगी

बता दें कि, माइन्स एरिया में जब पहाड़ के ऊपरी हिस्से में लोग पहुँचते हैं तो बहुत ही सुंदर और आकर्षक नजारा दिखता है। कोहरे की धुंध में सैलानी जमकर हर घूमते थे। और एनएमडीसी की बड़ी मशीनरी का नज़ारा उठाते हुए फोटोशूट भी करते थे मगर इस बार सैलानियों के लिये एनएमडीसी की माइन्स एरिया में भ्रमण पर प्रतिबंध सैलानियों के लिए मायूसी का कारण बन गया।