पंकज भदौरिया- दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में लौह अयस्क की तस्करी करते हुए दो ट्रकों को पकड़ा था। पोकलेन मशीन के आपरेटर मनोज से साठगांठ करके दोनो गाड़ियां भरवा दी थी। जिसे आसानी से अयस्क तस्कर एसआर रास्ते का इस्तेमाल करते हुये पालनार मार्ग से रायपुर ले जा रहे थे। जिसे दंतेवाड़ा पुलिस ने नाकेबंदी कर पकड़ लिया था। इस तस्करी की खबर निकलने के बाद से एनएमडीसी प्रबंधन, प्रशासनिक अमला और वन विभाग इस मामले की अपने स्तर पर गंभीरता से जांच कर रहे थे। दूसरी चोरी की वारदात में पोकलेन इस्तेमाल की गई है। जिससे कही न कही दो बार लोकल ठेकेदारों की पोकलेन अवैध लोह अयस्क भरने में पकड़ाना बड़ी मिलीभगत का संकेत मिल रहे हैं। 

जब्त पोकलेन 

NMDC ने ठेकेदार के काम को होल्ड किया 

एमबी साइडिंग में ठेकेदार आरसी प्रसाद की मशीन अवैध तस्करी में पकड़ाने के बाद प्रबंधन द्वारा ठेकेदार को दिये गये कार्य मे होल्ड लगा दिया गया है। वहीं अब बचेली के तीसरे ठेकेदार हरिशंकर मुखर्जी पोकलेन मशीन द्वारा अयस्क उठाने का कार्य दे दिया गया है। इस पूरे मामले को लेकर मनोज मौर्य द्वारा बताया गया कि, हमें 10 लाख टन अयस्क सालभर में भर में रैक लोडिंग का काम मिला था। लेकिन अभी मेरे काम को होल्ड कर दिया गया है। 

बीटीओए संस्था पर शिकंजा कस सकता है प्रबंधन 

आपको बता दें कि, लगातार अवैध लोह अयस्क की तस्करी सड़क मार्ग से होने की शिकायत मिल रही है। हालांकि, अवैध तस्करी की दो बार हुई घटना में एक बार भी बीटीओए (बैलाडीला ट्रक ऑनर्स एशोसिएशन) में पंजीकृत वाहन नही थी। लेकिन इन सबके बावजूद जिस तरह से संघ से बाहर की गाड़ियां एनएमडीसी प्रबंधन में लोकल ठेकेदार और ऑपरेटरों से साठगांठ करके अवैध लोहा गिट्टी परिवहन में मिले नजर आ रहे हैं। इन्हीं सब घटनाओं का असर बीटीओए संस्था पर भी पड़ रहा है। 

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कलेक्टर को ज्ञापन देकर FIR की मांग 

जानकारी के मुताबिक, बीटीओए संस्था को एनएमडीसी पहले 24×7 लोडिंग देने वाली थी। जिससे संस्था में लगी गाड़ियों के ट्रिप बड़े और किश्त में चल रहे वाहनों का संकट दूर हो, लेकिन उसमें ब्रेक लग सकता है। इधर बीटीओए संस्था के पदाधिकारियों द्वारा दंतेवाड़ा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर अवैध तस्करी में पकड़ाई वाहनों के मालिक के विरुद्ध एफआईआर करते हुये, इसे पुलिसिया जांच में लेकर पूरे सिंडिगेट का खुलासा करने की मांग की है। ताकि, इस खेल में शामिल सभी चेहरे उजागर हो सके। 

जांच के लिए जल्द लगाया जाएगा नाका 

वन परिक्षेत्र अधिकारी आशुतोष मांडवा ने कहा कि, इस तरह की अवैध तस्करी पर लगाम कसने के लिये वन विभाग जांच नाका जल्द ही एसआर से पालनार मार्ग में लगाया जा सकता है। ताकि तस्करों पर नकेल कसी जा सके. जानकारी यह भी प्राप्त हुई है कि, स्टाफ की कमी वजह से विभाग को दिक्कत आ रही है।