मुक्त हुआ दरगाह शरीफ तकिया मजार : ग्राम पंचायत करता था रख- रखाव में खर्च, अंजुमन कमेटी के खाते में जाता था चंदा का पैसा 

Dargah Sharif Takia Mazar
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मुक्त हुआ दरगाह शरीफ तकिया मजार
अंबिकापुर स्थित दरगाह शरीफ तकिया मजार को ग्राम पंचायत ने अंजुमन कमेटी के कब्जे से मुक्त करा लिया है। मंदिर और मजार के चढ़ावे के पैसों का हिसाब नहीं देने के कारण यह फैसला लिया गया। 

संतोष कश्यप- अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर स्थित दरगाह शरीफ तकिया मजार को ग्राम पंचायत ने अंजुमन कमेटी के कब्जे से मुक्त करा लिया है। तकिया मजार और काली मंदिर के रख रखाव को लेकर ग्राम पंचायत और अंजुमन कमेटी के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। ग्राम पंचायत का आरोप है कि, मजार और मंदिर के देखरेख का खर्च पंचायत मद से होता था। जबकि अंजुमन कमेटी मजार पर अपना मालिकाना हक जमा बैठी थी।

दरअसल, मजार और मंदिर के चंदे और चढ़ावे के पैसे को अंजुमन कमेटी रखा करती थी। कमेटी इसकी ऑडिट रिपोर्ट कलेक्टर को नहीं सौंपती थी। जिसका विरोध लंबे समय से ग्राम पंचायत कर रही थी। जिसके बाद मंगलवार को ग्राम पंचायत ने ग्राम सभा बुलाकर तकिया मजार को अंजुमन कमेटी के कब्जा मुक्त कराने का प्रस्ताव रखा।

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ग्रामवासियों की सहमती से पारित हुआ प्रस्ताव

सर्वसहमति से हुआ प्रस्ताव पारित

ग्रामवासियों के सहमति से प्रस्ताव को पारित करते हुए दरगाह शरीफ तकिया मजार को ग्राम पंचायत ने अपने हैंड ओवर ले लिया है। इस दौरान काफी गहमागहमी का माहौल देखने को भी मिला। वहीं मामले को देखते हुए मौके पर पुलिस बल भी मौजूद थी। पुलिस की देख- रेख में यह काम पूरा हुआ।

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