जितेंद्र सोनी- जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में धर्मांतरण का मामला गहराता जा रहा है। भुईहर समाज के युवक के मौत मामले में बीजेपी की जांच टीम घटनास्थल पहुंची। टीम ने परिवार से मिलकर पूरी जानकारी ली। राजेंद्र चोराट की मौत के बाद ईसाई रीतियों के अनुसार उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया था। जिसका समाज के लोगों ने विरोध किया था।
जशपुर। भुईहर समाज के युवक का ईसाई रीतियों के अनुसार अंतिम संस्कार को लेकर समाज और परिवार के लोगों में आक्रोश है। परिवार का कहना है कि, हिंदू रीति- रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार हो।#Chhattisgarh #haribhoomi @JashpurDist pic.twitter.com/qwdAsj7zsN
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दरअसल, ढेंगनी गांव में हुई धर्मांतरण की घटना की जांच के लिए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष किरण सिंह देव ने 4 सदस्यीय जांच टीम का गठन किया था। चार सदस्यीय जांच टीम में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा, भरतपुर-सोनहत की विधायक रेणुका सिंह, रायगढ़ सांसद राधेश्याम राठिया और पत्थलगांव विधायक गोमती साय ने जांच करने पहुंची। इस दौरान टीम ने परिवार के सदस्यों से सभी बिन्दुओं पर पूछताछ की।
जशपुर। भुईहर समाज के युवक का ईसाई रीतियों के अनुसार अंतिम संस्कार को लेकर हुए विवाद के बाद बीजेपी की जांच टीम घटनास्थल पहुंची। @renukasinghbjp @BJP4CGState #ChhattisgarhNews @JashpurDist #news pic.twitter.com/MG9fnkpROW
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भुईहर समाज ने की थी कार्रवाई की मांग
भाजपा के जांच समिति के सदस्यों ने बताया कि, ढेंगनी में भुईहर समाज के युवक राजेंद्र चोराट की मौत प्राकृतिक आपदा से हुई थी। जिसके बाद कथित रूप से मतांतरितों ने ईसाई रीति- रिवाज से मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया था। वहीं घटना के बाद भुईहर समाज नाराज होकर सड़क में उतर आया था। लोगों ने आस्ता थाना में इसकी शिकायत कर जांच और कार्रवाई की मांग की थी।
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ईसाई रीतियों में हुआ था मृतक का अंतिम संस्कार
पुलिस से की गई शिकायत में समाज ने बताया है कि, राजेंद्र चोराट भुईहर समाज में जन्मा था। लेकिन मतांतरित युवती से विवाह के बाद राजेंद्र ने ईसाई धर्म अपना लिया था। राजेंद्र की मौत के बाद उसके माता-पिता और परिवार के अन्य लोग भुईहर समाज की रीति- रिवाज से अंतिम संस्कार करना चाहते थे। लेकिन इस पर सहमति नहीं बन पाई। वहीं मृतक राजेंद्र का ईसाई रीतियों के अनुसार अंतिम संस्कार कर दिया गया था।