दुर्ग- छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में ढाई साल के मासूम की मौत हो गई है। कार रिवर्स करते वक्त अचानक वो उसकी चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। दरअसल अपने बड़े पापा को कार निकालता देख दौड़ कर कार के पीछे आ गया था। जिसके बाद यह घटना हो गई है। यह पूरा मामला छावनी थाना क्षेत्र का है।
बता दें, कार को रिवर्स कर निकाल रहे थे। तभी ढाई साल का बेटा उसकी तरफ जाने के लिए दौड़ गया। शास्त्री नगर में रहने वाले विनोद सोनी के बड़े भाई किसी काम से जाने के लिए कार को निकाले थे। लेकिन इसी बीच यह दर्दनाक हादसा हो गया और मासूम की मौत हो गई है।
पुलिस ने एफआईआर दर्ज की
कार के पिछले हिस्से से ठोकर लगी और मासूम बच्चा पास रखे पत्थर से टकरा गया। जिसके बाद उसे गंभीर हालत में हॉस्पिटल ले जाया गया था। जहां इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई है। इस घटना की जानकारी मिलते ही सुपेला पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। इसके साथ ही पुलिस ने छावनी पुलिस को पूरी फाइल और जानकारी दे दी है।
कार नदी में गिर गई
राजनारंदगांव जिले में डोंगरगढ़ के पास एक कार नदी में गिर गई। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। मृतक तीनो एमपी के सतना जिले के निवासी बताए गए हैं। वे जैन मुनि विद्यासागर जी महाराज के अंतिम दर्शन करने सतना से डोंगरगढ़ के पास चंद्रगिरी पर्वत जान के लिए निकले थे। हादसे के वक्त कार में 6 लोग सवार थे उनमें से 3 सुरक्षित बताए जा रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, जैन मुनि विद्यासागर जी महाराज के समाधि लेने की खबर के आने बाद उनके अंतिम दर्शन के लिए सतना से जैन समाज के 6 लोग रविवार सुबह कार से छत्तीसगढ़ के चन्द्रगिरि रवाना हुए थे। दोपहर करीब 12 बजे उनकी कार छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ के पास दुर्घटना का शिकार हो गई।
तीन लोगों को आईं सामान्य चोटें
बताया जा रहा है कि, इस हादसे में कार सवार आशीष जैन (आशीष ट्रेडर्स), जितेंद्र जैन जीतू (अशोक टाकीज परिवार) और प्रशांत जैन (अनंत निलयम परिवार) की मौत हो गई। कार सवार 6 लोगों में से वर्धमान जैन, अप्पू जैन एवं अंशुल जैन की हालत ठीक है। हालांकि उन्हें भी चोट आई है लेकिन वे तीनों सुरक्षित हैं।
समाज में शोक की लहर
बताया जाता है कि कार सवार सभी 6 लोगों में से 5 खुद ड्राइविंग जानते थे। हादसा कैसे हुआ इसके बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। जैन मुनि विद्यासागर महाराज के समाधि लेने की खबर से पहले ही गमगीन रहे जैन समाज तीन युवकों की मौत से दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। पूरा समाज शोकाकुल है।