राजा शर्मा- डोंगरगढ़। छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ से कांग्रेस की विधायक हर्षिता बघेल को लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। मिनी माता की मूर्ति अनावरण को लेकर चर्चा के दौरान लोगों के आक्रोश को देखते हुए हर्षिता बघेल वहां से उठकर चली गईं। वहीं विधायक और समाज के लोगों के बीच हुई तीखी बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। कार्यक्रम की रूपरेखा बनाने को लेकर चर्चा नहीं किए जाने से सतनामी समाज के लोग नाराज हैं।

मिली जानकारी के अनुसार यह वीडियो ग्राम बासुला का बताया जा रहा है। यह पूरा मामला गांव में मिनिमाता की मूर्ति के अनावरण से जुड़ा है। सतनामी समाज के लोग विधायक बघेल से कार्यक्रम की रूपरेखा बनाने को लेकर चर्चा नहीं किए जाने से नाराज हैं। चर्चा के दौरान बैठे लोगों के आक्रोशित होने के बाद विधायक वहां से चली गईं। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व सीएम भूपेश बघेल शामिल होने वाले हैं। जिसके बाद यह कयास लगाया जा रहा है कि कार्यक्रम को लेकर राजनीति गरमा सकती है।

पूर्व सीएम और विधायक को काले झंडे दिखाने की तैयारी 

भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा ने कार्यक्रम के दिन काला झंडा दिखाने से संबंधित ठेलकाडीह थाने में पत्र भी सौंपा है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल और विधायक हर्षिता स्वामी बघेल को काला झंडा दिखाया जाएगा। ग्राम बासुला में मिनीमाता मूर्ति आनवरण 8 अक्टूबर को होना है। पंचायत के किसी भी जन प्रतिनिधि और सतनामी समाज के प्रमुख व्यक्ति से सलाह मशवरा नहीं लिया गया है। जिसके कारण समाज के लोगों आक्रोश है। 

लोगों में आक्रोश 

सतनामी समाज के प्रमुख लोगों ने दिसंबर में आनवरण करने का निर्णय लिया है। समाज के पढ़े लिखे लोगों ने सभी देवी- देवताओं को मानने का निर्णय लिया है। जिसे लेकर गांव में आए दिन दो गुटों में विवाद होता रहता है। कार्यक्रम में सरपंच ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल और विधायक को अतिथि बनाया है। जबकि राजनांदगांव के सांसद, जिला पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत के अध्यक्ष और समाज के भंडारी को अतिथि नहीं बनाया गया है। जिसे लेकर कार्यक्रम का विरोध किया जा रहा है।