रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को प्रदेश कार्यकारिणी बनाने और संगठन के खाली पदों पर नियुक्ति करने की मंजूरी दे दी है। बताया गया है कि, शुक्रवार को राजीव भवन में पार्टी की एक बैठक के दौरान प्रदेश प्रभारी ने यह बात कही है। राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है कि प्रदेश प्रभारी द्वारा दिए गए फ्री हैंड से ये बात साफ होती है कि आने वाले समय में प्रदेश में होने वाले नगरीय निकायों और त्रिस्तरीय पंचायती राज चुनावों के पहले श्री बैज अध्यक्ष पद पर मजबूती से बने रहेंगे। इधर प्रदेश कांग्रेस अपने विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के विरोध में राज्य भर में शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी में है।

प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिव पायलेट ने यहां आने के बाद बलौदाबाजार कांड को लेकर जेल में बंद विधायक देवेंद्र यादव से सेंट्रल जेल जाकर मुलाकात की। इस
दौरान उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत भी मौजूद थे। श्री पायलट ने राजीव भवन में वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में पार्टी की एक बैठक भी की। इस बैठक में उन्होंने महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं।

तीन-पांच साल से जमे अध्यक्ष हटाए जाएंगे

कांग्रेस सूत्रों के अनुसार,  प्रदेश प्रभारी ने प्रदेश अध्यक्ष को संगठन में खाली पदों पर नियुक्ति के संबंध में जो निर्देश दिए है उसमें यह बात भी शामिल है कि प्रदेश कांग्रेस के संगठन जिलों में जो अध्यक्ष तीन से लेकर पांच साल से जमे हैं उन्हें भी बदला जाए। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के जिला संगठनों में कई बरसों से कोई बदलाव नहीं हुआ है। इस बीच 2018 के विधानसभा चुनाव से लेकर 2019 के लोकसभा, 2023 का विधानसभा चुनाव और 2024 का लोकसभा चुनाव भी हो चुका है। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली सफलता 2023 में दोहराई नहीं जा सकी। पार्टी करारी हार के सत्ता सत्ता से वापस जाना पड़ा। इसी तरह 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। पार्टी केवल एक लोकसभा सीट जीत पाई है।

कांग्रेस होगी आक्रामक

बताया गया है कि, प्रदेश प्रभारी ने कांग्रेस नेताओं से कहा है कि अब धरना प्रदर्शन जैसे कार्यक्रमों में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को आक्रामक होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के खिलाफ हर मामले को गंभीरता से लेने की जरुरत है। आज एक विधायक को गिरफ्तार कर लिया गया है, ऐसा ही दूसरे  नेताओं को साथ भी हो सकता है।