आकाश पवार- पेंड्रा। छत्तीसगढ़ के पेंड्रा ज़िले की नौ साल की दिव्यांग बच्ची को प्रशासन की तरफ से कोई भी सुविधा नहीं दी जा रही है। परिजनों का आरोप है कि, दिव्यांगता के कारण बच्ची का अब तक आधार कार्ड भी नहीं बना है। जिसके चलते कोई भी शासकीय योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कई बार जनप्रतिनिधियों से संपर्क करने के बाद भी किसी ने दिव्यांग बच्ची की मदद करना उचित नहीं समझा। 

दरअसल, यह पूरा मामला मरवाही जनपद के ग्राम नाका के टिपकापानी मोहल्ला का है। जहां पर राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र और विशेष पिछड़ी जनजाति का धनुहार समुदाय बसता है। इसी मोहल्ले में बुंदु लाल का परिवार भी रहता है। जिसकी नौ साल की बेटी छोटीबाई है। बच्ची ने पहली कक्षा तक की पढाई की है। इसके बाद उसकी तबीयत ठीक नहीं रहने के कारण स्कूल जाना बंद कर दिया। स्वास्थ्य ठीक नहीं रहने के चलते बच्ची के परिजन उसे जगह- जगह इलाज के लिए ले जाते रहते हैं। 

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शासकीय योजनाओं से वंचित है दिव्यांग बच्ची 

छोटी बाई के पिता बुंदूलाल ने बताया कि, इलाज के बाद भी स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ और बच्ची को स्कूल छोड़ना पड़ा। वहीं बच्ची अब दिव्यांग की जिंदगी गुजर रही है। दिव्यांगता के कारण छोटीबाई का आधारकार्ड भी अब तक नहीं बन सका है। पिता ने आगे बताया कि, आधार कार्ड नहीं होने के कारण उसकी दिव्यांग बेटी को कोई भी शासकीय योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। 

दिव्यांग बच्ची सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित है

कई बार गुहार लगाने के बाद भी नहीं मिली सहायता 

बच्ची के पिता ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि, उन्होंने पंचायत के जनप्रतिनिधियों से कई बार इस बारे में बात की है। लेकिन किसी ने अभी तक इस ओर ध्यान नहीं दिया है। सहायता मांगने के बाद भी आज तक बच्ची को ट्राई साइकिल नहीं मिल सका है। पिता ने आगे कहा कि, बच्ची की सुविधा के लिए घर में शौचालय भी नहीं है। जिसके कारण पूरे परिवार को समस्या का सामना करना पड़ता है।