पीएम आवास योजना में गड़बड़ी : नियमों को रखा जा रहा ताक पर, रसूखदारों को मिल रहा लाभ 

House built under PM Housing Scheme
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पीएम आवास योजना के तहत बना घर
डोंगरगढ़ में प्रधानमंत्री आवास योजना में कई गड़बड़ियां देखने को मिल रही है। जहां लोग अपने रसूख का फायदा उठाकर और नियमों की अनदेखी कर इसका लाभ ले रहे हैं। 

राजा शर्मा- डोंगरगढ़। छत्तीसगढ़ के राजनांदगाव जिले के डोंगरगढ़ में प्रधानमंत्री आवास योजना में कई गड़बड़ियां देखने को मिल रही है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां लालचंद पटेल जो कि, वर्तमान में ग्राम पंचायत चिद्दों के सरपंच हैं। वे आधार कार्ड में पता बदल कर आवास योजना का लाभ प्राप्त करते हैं। जबकि उनका नाम शहर मतदाता सूची में है ही नहीं और ना ही राशन कार्ड में है। सिर्फ जमीन रजिस्ट्री और आधार कार्ड के दम पर उन्होंने आवास योजना का लाभ प्राप्त कर लिया है।

Sarpanch's wife's name is also in PM house
पीएम आवास हितग्राहियों में सरपंच की पत्नी का भी नाम

प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने के लिए ग्रामीण पता और शहरी पता, दो आधार कार्ड फाइल में संलग्न की जाती है। लेकिन इनके द्वारा शपथ पत्र भी नहीं दिया गया है। आवास का लाभ लेने के बाद भी ये अपने निवास ग्राम पंचायत चिद्दों से चुनाव भी लड़ते हैं और जीत कर सरपंच बन जाते हैं। सरपंच ग्रामीण क्षेत्र अपनी पत्नी के नाम पर भी आवास योजना का लाभ लेने का प्रयास करते हैं और इनकी पत्नी का नाम ग्राम पंचायत भवन में आवास योजना की प्रतीक्षा सूची में हैं। ऐसे में सोचने वाली बात यह है कि, क्या ये आवास योजना का लाभ शहर और ग्रामीण क्षेत्र में ले सकते हैं।

पूंजीपति लोगों ने भी लिया लाभ, फिर बेच दिया मकान

डोंगरगढ़ शहरी क्षेत्र में लगातार प्रधानमंत्री आवास योजना में भारी गड़बड़ी देखने को मिल रही है। इस मामले को प्रकाशित कर कई बार सामने भी लाया गया है। इसके बावजूद भी कोई कार्रवाई की नहीं की जाती और खानापूर्ति कर छोड़ जाता है। डोंगरगढ़ में आवास योजना को लेकर सूत्रों की माने तो बिना जमीन के कागज, पहाड़ी, तालाब किनारे, जहां सरकार पट्टा वितरण नहीं करती है, ऐसी जगहों पर भी लोग आवास योजना का लाभ लेकर बैठे हुए हैं। बताया जाता है कि, शहर के कई ऐसे वार्ड हैं, जहां पूंजीपतियों ने सरकारी जमीन को अतिक्रमण कर आवास योजना का लिया और फिर बाद में मकान को बेच दिया।

आर्किटेक्ट, आवास मित्र करते हैं मनमानी

आवास योजना में आर्किटेक्ट, आवास मित्र की नियुक्ति भी की जाती हैं। इनका काम है कि, धरातल पर जाकर सारे दस्तावेजों को चेक कर और नियमावली का पालन कर जरूरतमंद लोगों को आवास योजनाओं का लाभ दिलवा सकें, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। आवास योजना में इतनी भर्राशाही हो रही है कि, सरकार से नियुक्त आर्किटेक्ट, आवास मित्र अपनी मनमानी करने में लगे हुए हैं। यदि कोई शिकायत करता भी है तो ऊपर से आए जांच अधिकारी क्लीन चीट देकर चले जाते हैं।

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सूडा को पत्र लिखकर करुंगा कार्रवाई की मांग- नगर पालिका अधिकारी

इस पूरे मामले को लेकर नगर पालिका अधिकारी चंद्रकांत शर्मा ने कहा कि, मैं तो अभी नया हूं, इसकी जानकारी आप लोगों के माध्यम से मुझे मिल रही है. मैं सूडा को पत्र लिखूंगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करुंगा।

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