दामिनी बंजारे- रायपुर। आज के इस युग में महिलाएं देश भर में अपनी एक बड़ी भूमिका निभा रही हैं। फिर चाहे वो चुनावी संग्राम की बात हो या फिर कलाकारी को लेकर हो। ऐसी ही एक कहानी हम रायपुर से आपके लिए लेकर आए हैं। रायपुर में रहने वाली भावना काशी ने कबाड़ से जुगाड़ करके एक नए आर्ट को अपना पैशन बनाया। उसे फौलो करते-करते आज उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई। बॉटल आर्ट के जरिए आज वह लाखों कमा रही हैं। 

भावना काशी एक शिक्षक थीं लेकिन परिवार संभालने के लिए उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी। लेकिन उन्होंने अपना शौंक नहीं छोड़ा। वो बच्चों को यूट्यूब पर प्रशिक्षण देने के साथ ही महिलाओं को रोजगार सृजन के नए तरीके सिखाने लगी। फिर एक नए आर्ट को अपना पैशन बना लिया। कबाड़ से जुगाड़ करके नए आर्टिस्टिक सामान बनाकर उसे बेचने लगी। बॉटल आर्ट के जरिए ही आज भावना काशी लाखों रुपए कमा रही हैं।  

बॉटल आर्ट के जरिए लाखों की कमाई 

बॉटल आर्ट एक ऐसा आर्ट है जिसमें भावना घर के कपड़े का बटन, टूटी हुई चूड़ियां, कपड़े की जीप, ताला, चाबी जैसे टूटे-फूटे सामान और कचरे में पड़े कांच की बोतलों को समेट कर एक नया और आकर्षण आकृति देकर पैसे कमा रही हैं। भावना बताती हैं कि, जब पहली बार बॉटल में आर्ट बनाने का सोचा तो उन्हें कहीं ज्यादा डर भी था कुछ बनाऊंगी तो लोगों का मुझे लेकर राय क्या बनेगा? लेकिन उनके परिवार ने उनका साथ दिया और जब उन्होंने पहले बॉटल में सुंदर-सुंदर आकृति बनाई तो उसकी सेलिंग प्राइस 1500 रुपए में हुई।

आज इन्हीं कबाड़ के समान से भावना लाखों रुपए कमा रही हैं। ऑनलाइन सेलिंग के विभिन्न माध्यमों की मदद से देश के विभिन्न शहरों तक पहुंचा रही हैं, जिससे उनकी आय में भी बढ़ोतरी हो रही है। साथ ही कई महिलाओं को भी वह बॉटल आर्ट का प्रशिक्षण दे रही है, जिससे महिलाएं घर पर ही रहकर खुद के लिए रोजगार के नए रास्ते अपनाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं।