राजा शर्मा- डोंगरगढ़। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष और मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल के घर कल ईडी की रेड पड़ी थी। यह छापेमारी कस्टम मिलिंग घोटाले को लेकर 17 घंटे तक कार्रवाई चली।
कार्रवाई के दौरान रात्रि में 10:30 बजे नोट गिनने की मशीन घर के अंदर ले जाई गई। जिससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि, कैश की जब्ती भी अधिकतम हुई होगी। ईडी अपने साथ कई महत्वपूर्ण दस्तावेज़ ले गई। हालांकि, मनोज अग्रवाल को घर में छोड़ गए हैं। छापे मारी से प्राप्त दस्तावेज़ कैश की सुरक्षा के दृष्टी से स्थानीय पुलिस थाना से अपने साथ 2 बल भी ले गए। पूरे छापे मारी कार्यवाही में कितना राशि, प्रॉप्टी इत्यादि का खुलासा ईडी ने नहीं किया है।
सुबह 5 बजे ईडी की टीम ने दी दस्तक
ईडी की टीम ने राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ शहर में राइस मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल के यहां छापेमारी चल रही है। वे मां बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष भी हैं। यह छापा कस्टम मिलिंग घोटाला की जांच के संबंध में मारा गया है। उनके घर में आज सुबह 5 बजे से कार्रवाई चल रही है। बताया जा रहा है कि, मनोज अग्रवाल के घर 2 अलग-अलग गाड़ियों में टीम पहुंची है और घर में दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। अभी ये पता नहीं चल पाया है कि प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने किस मामले में ये कार्रवाई की है। हालांकि बताया जा रहा है कि मामला राशन घोटाले से जुड़ा हो सकता है। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो आज सुबह तड़के 5 बजे ईडी की टीमें अग्रवाल के डोंगरगढ़ और रायपुर (खम्हारडीह) स्थित ठिकानों पर पहुंची है।
पिछले हप्ते 5 ठिकानों पर पड़ा था छापा
उल्लेखनीय है कि, ईडी ने पिछले हप्ते ही राजधानी रायपुर, दुर्ग और खरोरा में दबिश दी थी। जहां राजधानी रायपुर में 2, दुर्ग में 2 ठिकानों और खरोरा में एक जगह समेत कुल 5 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। सूत्रों की मानें तो ईडी ने यह छापा राइस मिल एसोसिएशन के पूर्व महासचिव प्रमोद अग्रवाल के यहां मारा था। राइस मिल एसोसिएशन के रायपुर स्थित कार्यालय और अध्यक्ष कैलाश रुंगटा के यहां भी पहुंची थी। ये छापे इस मामले में पकड़े गए खाद्य विभाग के विशेष सचिव मनोज सोनी और राइस मिल एसोसिएशन के पूर्व कोषाध्यक्ष रोशन चंद्राकर से पूछताछ के आधार पड़े हैं।
यह है कस्टम मिलिंग घोटाला
ईडी की रिपोर्ट पर कस्टम मिलिंग घोटाले में एफआईआर दर्ज की गई है। ईडी की रिपोर्ट के अनुसार विभिन्न राईस मिलर्स के द्वारा नागरिक आपूर्ति निगम एवं एफसीआई में जो कस्टम मिलिंग का चावल जमा किया जाता है। इस प्रकिया में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार कर प्रति क्विंटल के हिसाब से अवैध राशि की वसूली की गई और अपने पद का दुरूपयोग करते हुए विभिन्न शासकीय अधिकारियों द्वारा राईस मिलर्स के साथ मिलीभगत कर असम्यक लाभ प्राप्त कर शासन को आर्थिक पहुंचाई गई।