कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में गुरुवार को एक बार फिर सुरक्षाबलों और नक्सलियों में मुठभेड़ हुई। कोलीबाड़ा इलाके में सुबह 7 बजे डीआरजी और पुलिस की टीम गश्त कर रही थी और तभी अचानक गोलीबारी शुरू हो गई। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को मुहतोड़ जवाब देते हुए उन्हें खदेड़ दिया।
बातचीत के दौरान एसपी इंदिरा कल्याण एलेसेला ने बताया कि, कोयलीबेड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत सुबह 7 बजे हमारी संयुक्त सुरक्षाबलों की टीम गस्त पर निकली थी। जिसके बाद घने जंगलों के बीच अचानक नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जिसके बाद डीआरजी और पुलिस की संयुक्त टीम ने उन्हें मुहतोड़ जवाब देते हुए खदेड़ दिया। इस मुठभेड़ किसी भी जवान को कोई चोट नहीं आई है।
11 मार्च को हुई थी एक नक्सली की मौत
बीते दिन 11 मार्च को बीजापुर इलाके में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में एक नक्सली ढेर हो गया था। इस मुठभेड़ में तीन से चार नक्सलियों के घायल होने की सूचना मिली थी। यह मुठभेड़ बीजापुर-दंतेवाड़ा के सीमावर्ती इलाके में हुई है। मुठभेड़ के बाद इलाके में सर्चिंग अभियान तेज कर दी गई है। गंगालूर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पीडिया के जंगल में सुबह 8-9 बजे के लगभग पुलिस नक्सली के मुठभेड़ हुई थी। गंगालूर से डीआरजी, केंद्रीय बल और सीएएफ की संयुक्त टीम पीडिया क्षेत्र में सर्चिंग अभियान निकली थी। जंगल में छिपे नक्सलियों ने पुलिस को देख फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। पुलिस की फायरिंग में एक नक्सली मारा गया है। वहीं जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली जंगल का आड़ लेकर भाग खड़े हुए। सुरक्षा बल के जवानों ने मुठभेड़ में तीन से चार नक्सलियों के घायल होने का दावा किया था।
कलेक्टर ने किया जांच का ऐलान
3 मार्च को छोटेबेठिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत हिदुर जंगल में हुई पुलिस और नक्सलियों मुठभेड़ हुई थी। जिसमें 10 लाख के इनामी की नक्सली की मौत हो गयी थी। वहीं बस्तर फाइटर का एक जवान भी शहीद हो गया था। जिसको लेकर कलेक्टर अभिजीत सिंह ने दंडाधिकारी जांच का ऐलान किया है और पखांजूर SDM एएस पैकरा को जांच अधिकारी बनाया गया है। जिन्हें 21 दिन के अंदर अपनी जांच रिपोर्ट देनी होगी।