विदाई समारोह : प्राधमिक और माध्यमिक स्कूल केंवतरा में अच्छी पहल, शिक्षकों ने कहा- जीवन में शिक्षा ही सर्वोपरि
बेमेतरा जिले में शासकीय प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक शाला केंवतरा में कक्षा आठवीं और पांचवीं के बच्चों को विदाई दी गई। इस दौरान सभी बच्चे भावुक थे।;

बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में शासकीय प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक शाला केंवतरा में कक्षा आठवीं और पांचवीं के बच्चों को विदाई दी गई। इस दौरान सभी बच्चे भावुक थे। सभी ने अपने शिक्षकों और स्कूल के बारे में अपने-अपने विचार रखे।
इस अवसर पर शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला केंवतरा के प्रधान पाठक निलेश्वर शर्मा ने अपने विचार रखते हुए बच्चों को आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि, जीवन में सदैव आगे बढ़ते रहने के लिए अनुशासित होना अत्यंत आवश्यक है। साथ ही उन्होंने विदाई का अर्थ बताते हुए कहा कि, वि अर्थात विशेष और द अर्थात दायित्व। मतलब विशेष दायित्व की ओर अग्रसर होना और उसके लिए खुद को तैयार करना। साथ ही प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक महेंद्र कुमार वर्मा ने अपने आशीर्वचन में बच्चों को सदैव प्रेरित होकर आगे बढ़ते रहने की शिक्षा दी।

एक विद्यार्थी को अनुशासन में रहना चाहिए - शिक्षिका वर्षा जैन
स्वल्पाहार के साथ ही बच्चों को पेन भेंट स्वरूप दी गई। शिक्षकों ने बच्चों को कलम का महत्व बताते हुए सदैव जीवन में शिक्षा को सर्वोपरि रखना बताया। स्कूल की नवाचारी शिक्षिका वर्षा जैन ने कहा कि, अनुशासित होकर ही आगे बढ़ना एक अच्छे विद्यार्थी का सर्वोपरि गुण है। अपनी मेहनत से आप सबको अपनी मंजिल प्राप्त करना है। स्कूल के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बच्चों को खूब आशीर्वाद दिया और इस स्कूल से निकलने के बाद भी कभी भी यदि उन्हें किसी भी प्रकार की आवश्यकता हो, तो वह निसंकोच अपने पुराने स्कूल आ सकते हैं। इस अवसर पर दिलीप मरकाम, तुलसी कन्नोजे, सुखचैन दास जोशी, धर्मेंद्र गायकवाड़, वर्षा जैन ने भी बच्चों को स्नेहाशीष दिया।