रायपुर। महादेव सट्टा एप को लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर FIR दर्ज हो गई है। इसे लेकर उन्होंने रविवार की शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि, पूरे देश में यदि कहीं महादेव सट्टा एप को लेकर कार्यवाही की गई है, तो वो छत्तीसगढ़ में हुई है। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार और राज्य की बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा।

इस एप को लेकर हमने तक़रीबन एक हजार खाते सीज किये। पहले इसके दो डायरेक्टर थे रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर। लेकिन विधानसभा चुनाव के दौरान एक आदमी की एंट्री होती है असीम दास। उसकी रिकार्डिंग आती है, जो ईडी ऑफिस से नहीं बीजेपी कार्यालय में की गयी। जो गाड़ी मिली वो बीजेपी नेता अमर अग्रवाल के भाई की है। हमने सबसे ज्यादा इस मामले में कार्यवाही की और तब जाकर बाद में ईडी आई। जो FIR दर्ज की गई है उसमें छठवें नंबर पर मेरा नाम है और दूसरी बात यह बात यह है कि, बॉक्स में 4 लोगों का जिक्र है, लेकिन नीचे कहीं भी मेरा नाम नहीं है।

FIR में जबरन डाला गया मेरा नाम 

उन्होंने आगे कहा कि, यह विशुद्ध रूप से राजनितिक FIR है, जबरन मेरा नाम डाला है। जिससे स्पष्ट होता है यह राजनितिक प्रतिशोध के चलते यह FIR किया गया है। दूसरे भी बेटिंग एप में इसे चलाया जा रहा है और पिछले 10 साल से केंद्र में बीजेपी की सरकार है। पिछले 4 महीने में प्रदेश में बीजेपी की सरकार है। उन्होंने आगे कहा कि, क्या यह मोदी जी की गारंटी और विष्णुदेव के सुशासन से यह चल रहा है सांय-सांय। वे क्यों कार्यवाही नहीं करते हैं, तो क्या यह बीजेपी द्वारा समर्थित है। बीजेपी को सबसे ज्यादा चंदा सट्टेबाजी वाले एप ने ही दिया है। 

राजनांदगाव में हार रही बीजेपी  

दुबई में बैठे हुए महादेव एप के डायरेक्टर से इनकी कोई सांठ-गांठ तो नहीं है। मैं पहले से ही आरोप लगा रहा हूं की यह सरकार समर्थित है। यह राजनांदगाव में मेरे चुनाव लड़ने की वजह से इसे किया जा रहा है। क्योंकि बीजेपी राजनांदगाव में सर्वे करवा चुकी है और डरी हुई है। लेकिन मैं इन गीदड़ भभकियों से डरने वाला नहीं हूं। मुझे हराने के लिए बीजेपी द्वारा यह किया जा रहा है। जबकि प्रोटेक्शन मनी लेने में मेरा कहीं नाम नहीं है।