रायपुर। राजधानी के तेलीबांधा थाना क्षेत्र के रिंगरोड पर दो दिन पूर्व अज्ञात बदमाशों द्वारा कारोबारी की कार पर फायरिंग की घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों के बारे में पुलिस को अब तक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगे हैं। पुलिस को श्याम नगर में  शूटर्स की बाइक मिलने के साथ ही स्टेशन रोड के पास बदमाशों का अंतिम फूटेज मिला है।बदमाशों को दबोचने पुलिस की तीन अलग-अलग टीम झारखंड, राजस्थान तथा मध्यप्रदेश के लिए रवाना हुई है। इसके साथ ही क्राइम ब्रांच की टीम बदमाशों के बारे में स्थानीय स्तर पर पतासाजी करने में जुटी हुई है।

पुलिस के मुताबिक, घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश अपनी बाइक श्याम नगर में लावारिस हालत में छोड़ने के बाद दोपहर 12 से साढ़े 12 बजे के बीच ऑटो से रेलवे स्टेशन पहुंचे। इस दौरान रास्ते में दोनों बदमाशों ने अपने कपड़े बदले। स्टेशन पहुंचने के बाद बदमाश एक नाश्ते की दुकान में पहुंचे, जहां दोनों ने चाय, सिगरेट पी। इसके बाद बदमाश एक मोबाइल शॉप पहुंचे, जहां नया मोबाइल खरीदा। मोबाइल खरीदने के बाद बदमाश स्टेशन के अंदर घुसे, वहां से वे दिल्ली जाने वाली किसी ट्रेन में बैठकर फरार हो गए। बदमाश कहां भागे हैं, इसकी जानकारी फिलहाल पुलिस के पास नहीं है।

एक दिन पूर्व रेकी करने स्टेशन, घटनास्थल पहुंचे 

घटना के बाद पुलिस ने घटना दिनांक के अलावा उसके दो से तीन दिन पूर्व के सीसीटीवी फूटेज की पड़ताल की है। पड़ताल में पुलिस को पता चला कि बदमाशों ने घटना को अंजाम देने के एक दिन पूर्व रेलवे स्टेशन के अलावा घटनास्थल की रेकी कर भागने का रूटमैप तैयार किया। साथ ही बदमाशों ने घटना के समय ट्रेन की स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की। उसके बाद ही वारदात को अंजाम दिया।

पड़ोसी जिले में पनाह लेने की आशंका 

एक माह पूर्व जो शूटर्स रायपुर आए थे और घटना को अंजाम देने के पूर्व पकड़े गए। इसे ध्यान में रखते हुए बदमाशों द्वारा इस बार अपनी योजना में परिवर्तन करते हुए रायपुर छोड़ किसी पड़ोसी जिले में पनाह लिए जाने की आशंका पुलिस को है। घटना के दूसरे दिन फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने घटना स्थल से लेकर भागने के रास्ते, रेलवे स्टेशन तक का क्राइम सीन री-क्रिएट किया।

स्टेशन पहुंचने दो से तीन ऑटो बदले

पुलिस ने बदमाशों के भागने के रास्ते पर जिन सीसीटीवी फूटेज की पड़ताल की है। उसमें पुलिस को बदमाशों के श्याम नगर से रेलवे स्टेशन पहुंचने तीन से चार ऑटो बदले जाने की जानकारी मिली है। पुलिस के अनुसार, बदमाश एक से दो किलीमीटर में ऑटो बदलते हुए स्टेशन पहुंचे। बदमाश एक से दो घंटे के भीतर शहर छोड़ना चाहते थे। इस वजह से बदमाशों को रेलवे के रास्ते भागना ज्यादा उचित लगा।

अमन मेरे लिए भगवान से बढ़कर

मलेशिया में बैठे छद्म नाम रखे गैंगस्टर मयंक सिंह ने सोशल मीडिया में एक बयान जारी कर कहा कि उसके लिए झारखंड जेल में बंद अमन साव भगवान से बढ़कर है। साथ ही मयंक ने पदावा किया कि अमन की अनुपस्थिति में वह गैंग का सारा काम देखता है। मयंक ने शूटआउट को छोटी-मोटी घटना बताते हुए कहा कि ऐसे काम उसका बॉस नहीं देखता, उसे वह उसका बॉस नहीं देखता, उसे वह स्वयं हैंडल करता है। मयंक ने झारखंड जेल में बंद अमन को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है, साथ ही प्रताड़ित करने वालों को सजा देने की बात कहते हुए अपने गुरु अमन को गुरुदक्षिणा देने की बात का सोशल मीडिया में उल्लेख किया है।

बाइक की जांच में जुटी पुलिस

बदमाश झारखंड पासिंग की बाइक में घटना को अंजाम देने के लिए पहुंचे थे। नंबर के आधार पर पुलिस बाइक मालिक के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है। साथ ही पुलिस इस बात की भी जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है कि बाइक में जो नंबर प्लेट लगी है, वह फर्जी तो नहीं या बाइक चोरी की तो नहीं है? किसी लोकल बदमाशों ने शूटर्स को बाइक तो उपलब्ध नहीं कराई है।