गौरेला-पेंड्रा-मरवाही/आकाश पवार- छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना महतारी वंदन के तहत आदिवासी बाहुल्य जिले गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में महतारियों के साथ उनके छोटे-छोटे बच्चे रात दो बजे बैंक के बाहर लंबी कतार में खड़े रहे। ये नजारा है जिले के अग्रणी लीड स्टेट बैंक पेंड्रारोड का और कमोबेश ऐसे ही नजारा जिले भर के बैंक में नजर आ रहा है। जहां महतारी वंदन का फार्म भरने के बाद आधार से खाता लिंक करवाने और केवाईसी करवाने के लिये ये महिलांए रात के दो बजे से कतार में लगी हैं और बैंक खुलने का इंतजार कर रही हैं। 

दरअसल, बैंक प्रबंधन की तरफ से एक सीमित संख्या में ही लोगों के आवेदन और केवाईसी किया जा रहा है। जिसके लिए बैंक ने 'पहले आओ पहले पाओ' की तर्ज पर दिन भर होने वाले केवाईसी के लिये टोकन जारी किया  है। उसके बाद इसी टोकन के आधार पर बैंक में केवाईसी किया जाता है। इसलिए टोकन को पाने के लिये महिलांए देर रात से ही बैंकों में पहुंच रही हैं। जिन महिलाओं के छोटे-छोटे बच्चे हैं, वो अपने बच्चों के साथ बैंक पहुंच रही हैं और दूर-दराज से चलकर रात को बैंक आने वाली इन महिलाओं को पूरी रात ठंड मे ठिठुरते हुए बैंक के बाहर सड़क पर ही रात गुजारनी पड़ रही है। 

परिवार के साथ सड़क पर लगाई लाइन 

तस्वीरों में भी देखा जा सकता है कि, महिलांए पूरे परिवार के साथ सड़क पर किस तरह से रात गुजार रही हैं। वहीं इनके घरों के पुरूष भी अपनी महिलाओं के साथ आकर रात गुजार रहे हैं। ताकि उनके घरों की महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ मिल सके। बैंकों में इतनी संख्या में महिलाओं की भीड़ के बावजूद भी पुलिस और बैंक प्रबंधन की तरफ से जहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किये जा रहे हैं।