रायपुर। छत्तीसगढ़ दैनिक वेतनभोगी वन कर्मचारी संघ के आव्हान पर प्रदेशभर के 7 हजार दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी मंगलवार को 10वें दिन हड़ताल पर रहे। कार्य पर पृथकीकरण के नोटिस से आहत होकर सोमवार को संगठन के सदस्य संजू सिंह की हार्टअटैक से मौत और 2 कर्मचारियों का स्वास्थ्य खराब होने पर उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराने के बाद भी हड़ताली कर्मचारी आंदोलन पर डटे हुए हैं। नवा रायपुर के तूता स्थित धरना स्थल पर बेमियादी धरने पर बैठे दैनिक वेतनभोगी वन कर्मचारी बुधवार को सामूहिक आत्मदाह का अल्टीमेटम देंगे। सप्ताहभर में यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई, तो हड़ताली कर्मचारी परिवार के साथ सामूहिक आत्मदाह करने बाध्य होंगे।
नियमितीकरण, स्थायीकरण, कार्यभारित आकस्मिकता सेवा नियम लागू करने सहित 9 सूत्रीय मांग को लेकर प्रदेश के वन विभाग के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी इन दिनों काम ठप कर अनिश्चितकालीन हडताल पर हैं। मंगलवार को धरना स्थल पर क्रमिक भूखहड़ताल का तीसरा दिन रहा। प्रदेश के सभी जिलों से दैनिक वेतनभोगी, वाहन चालक, कंप्यूटर आपरेटर,कार्यालय सहायक, दैनिक श्रमिक, सुरक्षा श्रमिक, तेंदूपत्ता गोदाम सुरक्षा श्रमिक इस हड़ताल में शामिल हुए हैं।
रक्षाबंधन फीका पड़ा, ह्दयाघात से कर्मचारी की मौत, पिथौरा परिक्षेत्र के कर्मचारी की तबीयत खराब
रक्षाबंधन के दिन संगठन के सक्रिय सदस्य संजू सिंह की हृदयाघात से मौत होने से दैनिक वेतनभोगी वन कर्मचारियों में शोक की लहर रही। रक्षाबंधन का त्योहार भी फीका पड़ गया। छत्तीसगढ़ दैनिक वेतनभोगी वन कर्मचारी संघ ने दिवंगत कर्मचारी संजू सिंग के आश्रित पीड़ित सदस्य को 1 लाख रुपये की अनुदान राशि प्रदान करने की मांग शासन-प्रशासन से की है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामकुमार सिन्हा ने बताया कि सभी वन मंडल के अधिकारियों द्वारा हड़ताली कर्मचारियों पर दबाव बनाने कार्य से पृथक करने संबंधी पत्र जारी किया गया है। इसके कारण पिथौरा परिक्षेत्र के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी रुखमणि डडसेना सदमे में है। उनका स्वास्थ्य खराब हो गया है।
सेवा समाप्ति की धमकी तत्काल वापस हो : विजय झा
छत्तीसगढ़ दैनिक वेतनभोगी वन कर्मचारी 10 दिनों से अपनी लंबित मांगों को लेकर तूता के धरना स्थल पर आंदोलन कर रहे हैं। वेतन भुगतान नहीं होने, नियमितीकरण की मांग कर रहे कर्मचारियों को शासन प्रशासन सेवा समाप्ति की धमकी के साथ नोटिस भेज रहा है। इसे तत्काल वापस लिया जाये। कर्मचारी नेता विजय झा ने आरोप लगाया है कि त्योहार के सीजन में वन विभाग के हजारों दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों के आंदोलन पर जाने से काम ठप पड़े हैं। ऐसे में हड़ताली कर्मचारियों से चर्चा कर उनकी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाये, अन्यथा आंदोलन को और तेज किया जायेगा।