रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के रायबरेली चुनाव प्रचार का पर्यवेक्षक बनाया है। जिसको लेकर बीजेपी नेता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि, वादों के आधार पर भूपेश बघेल की सरकार बनी थी लेकिन प्रदेश की जनता के साथ धोखाधड़ी हुई। इसका खामियाजा कांग्रेस को हर के तौर पर भुगतना पड़ा। उन्होंने आगे कहा कि, भूपेश बघेल उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। राहुल गांधी बदल बदल कर सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। छत्तीसगढ़ मॉडल का ढिंढोरा पीटने वाले। क्या भूपेश मॉडल का प्रकटीकरण रायबरेली में करेंगे।
कांग्रेस खुद की पार्टी के लोगों के साथ न्याय नहीं करती
राधिका खेड़ा और अर्चना गौतम को लेकर उन्होंने कहा कि, राधिका खेड़ा से पहले अर्चना गौतम के साथ भी ऐसा ही व्यवहार किया गया था। लड़की हूं लड़ सकती हूं और अब वह जज्बा और ताकत है क्या? अपने ही पार्टी की महिलाओं को न्याय नहीं दिला पाए। क्या आज कांग्रेस पार्टी में थोड़ी भी नैतिकता है कि, वह इस नारे को दोहराएं। जब खुद की पार्टी के लोगों के साथ न्याय नहीं करते तो रायबरेली के लोगों के साथ क्या न्याय करेंगे। कांग्रेस पार्टी के सदस्य जब पार्टी छोड़ते हैं तो उन्हें दरकिनार किया जाता है।
देश की जनता ने अपना परिणाम बता दिया है
बीजेपी नेता संजय श्रीवास्तव ने आगे कहा कि, कांग्रेस पार्टी जो बंद कमरे में चर्चा करती है सैम पित्रोदा ने इसको सार्वजनिक किया है। कुछ बयानों पर यह चुप्पी साथ लेते हैं। यह दुर्भाग्य की बात है। कांग्रेसी जब बगावत पर उतर आते हैं तो कांग्रेस पार्टी कन्नी काट लेती है। देश की जनता ने अपना परिणाम बता दिया है और पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा 400 पर के आंकड़े को पार करेगी। उन्होंने आगे कहा कि, इंडी गठबंधन का प्रयास रहा कि, कैसे बीजेपी को रोका जाए. कांग्रेस आवरण बना रही है कि, लोगों को भ्रमित कैसे किया जाए। कांग्रेस आरक्षित वर्ग के मन में भय पैदा करने का काम कांग्रेस करती है।
कांग्रेस ने हिंदू आस्था के हमेशा किया खिलवाड़
उन्होंने आगे कहा कि, कांग्रेस पार्टी संविधान पर हमला कर रही है। भ्रम पैदा करने का विषय है, हिंदू की आस्था के साथ खिलवाड़ कांग्रेस ने हमेशा से किया है। अगर कहीं कांग्रेस और इंडी गठबंधन आता है तो भी इसका शुद्धिकरण किया जाएगा। कांग्रेस के न्याय पत्र में भ्रम फैलाने का काम और और सांप्रदायिकता का काम कांग्रेस कर रही है। लोकतंत्र में जीत हार लगी रहती है लेकिन जीतने के लिए गलत वादों का उपयोग किया जा रहा है।