लखमा अब न्यायिक रिमांड पर : रिमांड खत्म होने पर EOW ने कोर्ट में किया पेश, 25 अप्रैल तक के लिए भेजे गए जेल

Former Minister Kawasi Lakhma- Judicial Remand -
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EOW रिमांड खत्म होने के बाद पूर्व मंत्री कवासी लखमा कोर्ट में पेश हुए
छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की शराब घोटाला मामले में न्यायिक रिमांड 25 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। 5 दिन की EOW रिमांड खत्म होने के बाद लखमा शुक्रवार को कोर्ट में पेश हुए। 

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को राहत मिलते हुए नहीं दिखाई दे रही है। लखमा शुक्रवार को 5 दिन की EOW रिमांड खत्म होने के बाद पेश हुए। इस दौरान उन्हें कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। वहीं कवासी लखमा अब 25 अप्रैल तक न्यायिक रिमांड पर रहेंगे।

वहीं बीते महीने छत्तीसगढ़ के दो हजार करोड़ से अधिक के शराब घोटाले में सुप्रीम कोर्ट ने एपी त्रिपाठी समेत तीन को जमानत दे दी थी। घोटाले में आरोपी पूर्व IAS अनिल टूटेजा और अनवर ढेबर को कोई राहत नहीं मिली है। शराब घोटाले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) कर रही है। चर्चित शराब घोटाले में जेल में बंद एपी त्रिपाठी,अनुराग द्विवेदी और दीपक दुआरी को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली। जांच एजेंसी ने एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) में FIR दर्ज कराई थी। इस दौरान ED की जांच में पूर्व IAS अधिकारी अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के तत्कालीन एमडी एपी त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के मिले होने का पता चला।

7 लोगों को किया गया था गिरफ्तार

केंद्रीय जांच एजेंसियों ने आबकारी विभाग के पूर्व स्पेशल सेक्रेटरी एपी त्रिपाठी, पूर्व IAS अनिल टुटेजा और अनवर ढेबर को गिरफ्तार किया था। इसके अलावा नकली होलोग्राम बनाने वाली नोएडा की प्रिज्म कंपनी के मैनेजर दिलीप पांडे, कर्मचारी अनुराग द्विवेदी, अमित सिंह और दीपक दुआरी को भी गिरफ्तार किया था।

पूर्व IAS अनिल टुटेजा पर भी आरोप

शराब घोटाले में पूर्व IAS अनिल टुटेजा पर शामिल होने और और डिस्टलरी से अवैध कमीशन वसूलने के आरोप हैं। टुटेजा पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है। मामले में ईडी ने उनके खिलाफ 2024 में PMLA के तहत जांच शुरु की थी। जिसके आधार पर ईडी ने उन्हें अप्रैल 2024 में गिरफ्तार किया था।

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