रायपुर। शेयर ट्रेडिंग में रकम इन्वेस्ट कर मुनाफा मिलने का झांसा देकर सौ करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी करने के आरोप में पुलिस ने एक चाय बेचने वाला तथा उसके एक अन्य साथी को गिरफ्तार किया है। चाय बेचने वाला तथा उसके साथियों ने चार सौ लोगों के साथ सौ करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी की है।

पुलिस के मुताबिक ठगी करने के आरोप में धमतरी से भुनेश्वर साहू तथा उसके साथी मनोहर लाल साहू को विधानसभा थाना क्षेत्र नरदहा से गिरफ्तार किया गया है। घटना में शामिल एक अन्य आरोपी शत्रुहन वर्मा को पुलिस पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर चुकी है। पुलिस के अनुसार ठगी के आरोप में पकड़ा गया मनोहर ठगी की दुकान चलाने मार्केटिंग करने का काम करता था। पुलिस के अनुसार भुनेश्वर एक दशक से ज्यादा समय से ठगी करने के कार्य में संलिप्त है।

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आरओ में समझा शेयर ट्रेडिंग का खेल 

पुलिस के अनुसार,  भुनेश्वर ने जिस आरओ कंपनी से आरओ लगाने का काम लिया था, वहां उसने देखा कि कुछ लोग ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग में पैसा लगाकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। इस पर भुनेश्वर ने भी शेयर ट्रेडिंग को समझ कर अपना डीमेट अकाउंट बनाकर 30 हजार रुपए निवेश किया। शेयर में रकम निवेश करने के बाद भुनेश्वर ने अपने अन्य परिचित तथा रिश्तेदारों से रकम निवेश कराने पैसे लिए। नुकसान होने पर भुनेश्वर ने लोगों को शेयर ट्रेडिंग में भारी मुनाफा होने का झांसा देते हुए उनसे रकम ली। लोगों से ली गई रकम का 10 प्रतिशत शेयर ट्रेडिंग में निवेश करने के बाद शेष रकम भुनेश्वर अपने पास रख लेता था और बाद में उन्हें शेयर का भाव गिरने की वजह से नुकसान होने का झांसा देकर पैसा देने से इनकार कर देता।

खुद की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई

पुलिस के अनुसार, मंदिर हसौद थाना में अपने खिलाफ अपराध दर्ज होने की जानकारी मिलने पर भुनेश्वर ने अपने परिचितों के माध्यम से आरंग थाना में अपनी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसके बाद भुनेश्वर से जो पैसा मांगने उसके घर जाता, घर वाले भुनेश्वर के गुम होने की बात कह पैसा देने से बच जाते।

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चाय की दुकान से ऐसे सफर शुरू किया 

पुलिस के अनुसार,  भुनेश्वर पूर्व में गांव में चाय ठेला लगाता था। इसके बाद वह आरसीएम नामक चेन मार्केटिंग से जुड़ा। चेन मार्केटिंग से जुड़ने के बाद भुनेश्वर विनायक होम्स नामक चिट फंड कंपनी से जुड़ गया। चिट फंड कंपनी के बंद होने पर भुनेश्वर ने चिट फंड की रकम से आरओ फिल्टर लगाने का काम शुरू किया।

दूसरे साथी ने किया पागल होने का नाटक

पुलिस के अनुसार,  ठगी का भांडा फूटने पर भुनेश्वर का दूसरा साथी मनोहर पागल होने का नाटक करते हुए अपना उपचार मनोचिकित्सक के पास करा रहा था। पागल होने का नाटक करने मनोहर गांव में घूम- घूमकर तेज आवाज में गाना गाता था। मनोहर के पास लेनदार पैसा लेने जाते, तो वह लेनदारों के साथ अजीब हरकत करता था।

धमतरी में साधु का वेश धारण कर भटक रहा था

पुलिस के अनुसार, भुनेश्वर का लोकेशन ट्रेस किया गया, तो वह धमतरी का निकला। भुनेश्वर को पुलिस ने जब गिरफ्तार किया, तो वह धमतरी में साधु के वेश में भटकते मिला। पुलिस के लोगों से बचने भुनेश्वर ने साधु का वेश धारण किया था, जिससे उसकी पहचान छिपी रही। पकड़े जाने पर भुनेश्वर ने पुलिस से बचने अपने आपको आध्यात्म की दुनिया में विलीन होना बताया और कहा, दुनिया के मोह माया के बंधन से मुक्त हो गया है।