रायपुर। हत्या, फिरौती, मारपीट सहित सौ से ज्यादा मामलों का आरोपी गैंगस्टर अमन साव झारखंड की बरखा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेगा। इसकी पुष्टि अमन के वकील हेमंत सिकरवार ने की है। अमन साव की पुलिस रिमांड समाप्त होने के बाद शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया, तो वकील ने अमन से नामांकन फार्म में दस्ताखत कराया। अमन ने झारखंड हाईकोर्ट से चुनाव लड़ने अवेदन दाखिल किया है। कोर्ट के आदेश पर अमन को 28 अक्टूबर तक न्यायिक रिमांड पर जेल दाखिल किया गया है।

राजधानी के तेलीबांधा थाना क्षेत्र में जुलाई में हुए शूट आउट तथा गंज थाना क्षेत्र मामला में झारखंड के गिरडीह जेल में बंद अमन को पुलिस प्रोटेक्शन वारंट में गिरफ्तार कर 14 अक्टूबर को रायपुर लाई थी। कोर्ट ने अमन से पूछताछ करने पांच दिनों की रिमांड स्वीकृत की थी। शनिवार को रिमांड समाप्त होने पर पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जेल दाखिल किया है। पुलिस के अनुसार जरूरत पड़ने पर अमन से पूछताछ करने कोर्ट में आवेदन पेश किया जाएगा।

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छत्तीसगढ़ में दिया चार वारदातों को अंजाम

झारखंड का गैंगस्टर अमन अपने राज्य में बड़े सरकारी ठेका लेने वाले तथा कोल कारोबारियों को डरा धमकाकर प्रोटेक्शन मनी के रूप में लेवी वसूलता है। अमन के गुर्गों ने कोरबा में वर्ष 2022 को एक लॉजिस्टिक कंपनी के बाहर शूट आउट की घटना को अंजाम दिया था। इसके बाद बदमाशों ने शंकर नगर में वर्ष 2023 में शूट आउट की घटना को अंजाम दिया। इसके बाद शूट आउट की घटना को अंजाम देने आए अमन के गुर्गे गंज थाना क्षेत्र में घटना को अंजाम देने के पहले पकड़े गए। गंज थाना क्षेत्र के बाद अमन के गुर्गों ने तेलीबांधा थाना क्षेत्र में शूट आउट की घटना को अंजाम दिया है।

जेलर पर प्राणघातक हमले से लेकर कई तरह के गंभीर आरोप

झारखंड में अमन साहू का नेटवर्क धनबाद, रांची, रामगढ़, चतरा, हजारीबाग, पलामू, लातेहार, बोकारो तक फैला हुआ है। जेल में रहकर वह कोल माइनिंग कंपनियां, कोयला व्यवसायी और ट्रांसपोर्ट फील्ड के बिजनेसमैन से रंगदारी वसूलने का काम करता है। अमन पर गिरडीह जेल के जेलर पर जानलेवा हमला कराने का आरोप है।

अलग सेल में रखने की व्यवस्था

अमन साव की क्राइम हिस्ट्री को देखते हुए रायपुर सेंट्रल जेल प्रशासन ने अमन को अन्य बंदियों से अलग रखने की व्यवस्था की है। सूत्रों के मुताबिक अमन को अन्य बंदियों से अलग रखा गया है। इसकी वजह अमन साव को जेल में बंद अन्य बंदियों के साथ जान पहचान बनाने से रोकना है।