गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद  जिले के आदिवासी ब्लॉक मैनपुर में हायर सेकेंडरी पढ़ने वाले 50 से भी ज्यादा छात्र-छात्राएं कलेक्टोरेट पहुंचे। जहां उन्होंने कलेक्टर दीपक अग्रवाल से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। शाला नायिका के नेतृत्व में छात्रों ने ज्ञापन दिया है। जिसमें उन्होंने प्रिंसिपल माधुरी नागेश, शिक्षिका लक्ष्मी देवांगन, खुशबुरानी साहू, शिक्षक महेश साहू पर गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। 

शिकायत में बच्चों ने बताया कि, ये शिक्षक प्रैक्टिकल में अंक कम करने की धमकी देते हैं, अभिभावकों को कॉल कर छात्रों के खिलाफ झूठी शिकायत करते हैं और निराधार आरोप लगाकर नोटिस थमा देते हैं। यहां तक की शिक्षिकाओं के द्वारा बालक छात्रों को उनके गर्ल फ्रेंड और छात्राओं को बायफ्रेंड का नाम पूछा जाता है। छात्रों ने कहा कि, 12 दिसंबर तक अगर पूर्व प्राचार्य हरिनारायण सिंह को वापस नहीं भेजा जाये। इसके अलावा उन पर लगाए गए निराधार आरोपों की जांच हो, नहीं हुआ तो हम अर्धवार्षिक परीक्षा का विरोध कर आंदोलन करेंगे। 

यह है पूरा विवाद 

छात्रों ने कहा कि, पहले व्याख्याता हरिनारायण सिंह रसायन शास्त्र पढ़ाते थे। सबसे सीनियर होने के साथ ही उन्हें बालक और पालक सबसे उत्कृष्ट होने का दावा कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि, यहां स्कूल में दो पावर फूल शिक्षिका है, जिनकी सीधी दखल प्रशासन में है। एक गरियाबंद से तो दूसरी राजिम से आना-जाना करती हैं। पढ़ाई को प्रभावित होता देख तत्कालीन प्राचार्य द्वारा इनके खिलाफ कार्यवाही करते थे। परीक्षा ड्यूटी में लापरवाही को लेकर भी तीसरी शिक्षिका पर कार्यवाही हुई थी। जिसके बाद इन तीनों द्वारा मनगढ़ंत आरोप लगाकर तत्कालीन प्राचार्य के खिलाफ 18 बिंदु में शिकायत कर दी गई और बिना जांच किए बगैर उन्हें जिला अधिकारियों ने हटा दिया। वर्तमान में प्राचार्य का चार्ज माधुरी नागेश के पास है। 

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अपर कलेक्टर- जांच कर करेंगे कार्रवाई 

इस पूरे मामले को लेकर अपर कलेक्टर अरविंद पांडेय ने कहा कि, छात्रों से मिली शिकायत के आधार पर जांच टीम गठित की गई है। तीन दिन के भीतर जांच कर प्रतिवेदन मांगा गया है। आगे जांच प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।