गिरौदपुरी से कुश अग्रवाल। गिरौदपुरी धाम में गुरूदर्शन मेला आज गुरुवार से शुरू हो गया है। तीन दिवसीय मेले का आयोजन 14 से 16 मार्च तक होगा। गुरूदर्शन मेले में प्रदेश और देश-विदेश से लाखों की संख्या में सतनाम पंथ के अनुयायियों का समागम होता है। बलौदा बाजार जिले के कसडोल ब्लाक अंतर्गत सतनाम पंथ के प्रवर्तक गुरु घासीदास की जन्मभूमि और तपोभूमि गिरौदपुरी धाम में प्रतिवर्ष तीन दिवसीय गुरुदर्शन मेले का आयोजन होता रहा है। जिसमें प्रदेश से नहीं बल्कि देश के अलग-अलग राज्यों से लोग शामिल होंगे।
कलेक्टर ने लिया तैयारियों का जायजा
गिरौदपुरी मेले में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रस्तावित आगमन के दृष्टिगत कलेक्टर केएल चौहान ने दो दिन पूर्व ही गिरौदपुरी का दौरा कर मेले के लिए की जा रही प्रशासनिक तैयारियों का जायजा लिया। कलेक्टर ने मंदिर परिसर, जैतखाम, पार्किंग एरिया, सुरक्षा, लाइटिंग, हाईमास्क, पेयजल, फायर ब्रिगेड, दर्शनार्थियों के ठहरने की व्यवस्था आदि का स्थल निरीक्षण किया। उन्होंने कम्यूनिटी टायलेट तथा पुराने शौचालयों की मरम्मत कराने के साथ ही महिला समूहों के द्वारा कैंटीन संचालन करने को कहा है
विजय गुरु ने फहराया ध्वज
मेले की शुरुआत में आज पहले दिन गिरौदपुरी धाम में मंदिर समिति के एवं समाज प्रमुख धर्मगुरु विजय गुरु ने कुतुबमीनार से ऊंचे जैतखाम में ध्वज फहराया। दूसरे दिन 15 मार्च दिन शुक्रवार को छाता पहाड़ पर बने जैतखाम पर ध्वज फहराया जावेगा। तत्पश्चात अंतिम दिवस 16 मार्च को मुख्य मंदिर परिसर में स्थित जोड़ा जैतखाम में धर्म गुरुओं के द्वारा ध्वज पालो चढ़ाया जाएगा।
मेला समिति के अध्यक्ष बनाए गए गुरु बालक दास
इस बार प्रशासन ने मेला समिति के अध्यक्ष गुरु बालक दास जी को बनाया है, तो वहीं मुख्य मंदिर के संरक्षक विजय गुरु एवम मंदिर प्रमुख के द्वारा ही प्रति वर्ष मुख्य मंदिर में जैतखाम में पालो चढ़ाया जाता रहा है। लेकिन इस बार शासन ने गुरु बालक दास को मेला कमेटी का अध्यक्ष बना दिया है। ऐसे में कहीं ना कहीं दोनों धर्म गुरुओं एवं उनके समर्थकों के बीच टकराव की स्थिति निर्मित होने की आशंका जताई जा रही है। ऐसी किसी विपरीत स्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने पूरी तैयारी कर रखी है।