रायपुर। केंद्रीय बजट में सोने और चांदी पर आयात शुल्क घटाने की घोषणा से इनकी कीमत में जो कमी आई, उसके बाद अपने प्रदेश में भी निवेशक सोना और चांदी खरीदने के लिए बीते चार दिनों से टूट पड़े हैं। पहले एक दिन में सोने में 20 करोड़ का निवेश होता था, जो बढ़कर अब 25 करोड़ का हो गया है। चार दिनों में 100 करोड़ का सोना खरीदा गया है। इसी के साथ इन दिनों में करीब 25 करोड़ की चांदी भी खरीदी गई है। चांदी में पहले एक दिन में पांच करोड़ का निवेश होता था, जो बढ़कर छह करोड़ से ज्यादा का हो गया है। इतना ज्यादा निवेश होने के कारण राजधानी रायपुर के साथ प्रदेश के ज्यादातर सराफा कारोबारियों के यहां स्टॉक समाप्त हो गया है।
अब सोमवार को बैंक खुलने पर मंगलवार को स्टॉक आएगा तो फिर जमकर खरीदारी होगी, अगर कीमत में ज्यादा इजाफा नहीं हुआ। स्टॉक न होने के कारण शनिवार को सोने कीमत में 11 सौ रुपए का इजाफा हुआ है। राजधानी रायपुर में जो सोना बजट के एक दिन पहले जीएसटी के साथ 75400 रुपए था, वह बजट के बाद अब 71400 रुपए हो गया। इसी के साथ चांदी की कीमत भी जो 90400 रुपए थी, वह 87100 रुपए किलो हो गई है यानी सोने में एक ही दिन में कीमत चार हजार और चांदी में 33 सौ रुपए कम हुई। इसके बाद दूसरे दिन सोने में कीमत 11 सौ रुपए और कम हो गई, वहीं चांदी में कीमत 33 सौ और कम हो गई। कुल मिलाकर सोना जहां 51 सौ रुपए कम हुआ, वहीं चांदी की कीमत 6600 सौ रुपए टूटी।
स्टॉक समाप्त
सराफा कारोबारी बताते हैं, सराफा के बड़े कारोबारी, जिनके यहां निवेश के लिए रोज दो से तीन किलो तक सोना बिक जाता है, वो दो से तीन दिनों का ही स्टॉक रखते हैं। ज्यादा स्टॉक रखने पर कीमत कम होने से नुकसान का खतरा रहता है। आधे से एक किलो की शक्ल में सोना बैंकों से मिलता है। एक दिन पैसे देने पर दूसरे दिन माल मिलता है। सोने में लगातार निवेश के कारण शनिवार को कारोबारियों के यहां स्टॉक समाप्त हो गया। इसी के साथ कीमत में भी 11 सौ रुपए का इजाफा हो गया है। अब सोमवार को कारोबारी बैंक में सोना लेने के लिए पैसे लगाएंगे तो मंगलवार को उनको स्टॉक मिलेगा। बैंक में पैसे आने के बाद ही सोना मिलता है।
सोने में 25 फीसदी निवेश बढ़ा
आयात शुल्क कम होने से पहले प्रदेश में राजधानी रायपुर के साथ सभी शहरों को मिलाकर निवेशक रोज करीब 20 करोड़ का सोना निवेश करने के लिए खरीदते थे, लेकिन आयात शुल्क कम होने से निवेशक सोना और चांदी खरीदने के लिए टूट पड़े। ऐसे में निवेश में 25 फीसदी का इजाफा हुआ और बीते चार दिनों में बुधवार से लेकर शनिवार को बाजार बंद होने तक चार दिनों में करीब सौ करोड़ का निवेश सोने में हुआ है। निवेश के लिए खरीदे जाने वाला सोना सिक्कों के साथ बिस्किट और सिल्ली की शक्ल में होता है। जहां एक ग्राम से लेकर 100 ग्राम तक के सिक्के मिलते हैं। वहीं किलो में लेने के लिए सिल्ली के रूप में मिलते हैं। निवेश के लिए खरीदे जाने वाले सोने को ही बुलियन कहा जाता है। सोने के साथ ही चांदी में भी निवेश किया जाता है। हालांकि इसमें सोने की तुलना में कम निवेश होता है, क्योंकि इसकी कीमत कम होने के कारण इसको बहुत ज्यादा मात्रा में लेना पड़ता है। चांदी में निवेशक पहले रोज करीब पांच करोड़ लगाते थे, जो आयात शुल्क कम होने के बाद चांदी की कीमत कम होने से रोज छह करोड़ से ज्यादा लगा रहे हैं। चांदी कारोबारी लक्ष्मीनारायण लाहोटी के मुताबिक, चांदी में निवेश करने वाले इसको सिल्ली के रूप में खरीदते हैं। यह सिल्ली, जिसे चौरसा भी कहा जाता है, यह 500 से 600 ग्राम में आती है।