रायपुर। राजधानी रायपुर से लगे अलग-अलग इलाके में 13 एकड़ से ज्यादा सरकारी जमीन पर बेजा कब्जा किए जाने का मामला सामना आया है। इसमें लालपुर के शीतला तालाब के पास 10 एकड़ चारागाह की सरकारी जमीन पर कब्जा कर बाउंड्रीवाल बना कर बेजा कब्जा कर लिया गया था, जिसे राजस्व विभाग की टीम ने खदेड़कर जमीन को कब्जा मुक्त कराया। इसी तरह ग्राम पिरदा और काठाडीह क्षेत्र में सरकारी जमीन पर कब्जाधारियों ने मकान और बाउंड्रीवाल बना रखा था, जिसे जेसीबी मशीन की मदद से तोड़ गिराया।

कब्जा कर मकान का किया जा रहा था निर्माण

इसी प्रकार ग्राम पिरदा के पास बनी कालोनी के पीछे दो जगह पर खसरा नंबर 175 की 2- 2 हजार वर्गफीट जमीन पर जितेंद्र कुरें नामक व्यक्ति द्वारा कब्जा कर यहां मकान का निर्माण कराया जा रहा था। दोनों जमीन पर मकान का आधा निर्माण हो चुका था। इस संबंध में कालोनी वासियों ने तहसील कार्यालय में शिकायत की थी। इस शिकाय पर टीम ने दोनों अधूरे मकानों को तोड़कर बेजा कब्जा को मुक्त कराया।

 काठाडीह में 3 एकड़ चारागाह की जमीन पर एक व्यक्ति ने कर रखा था कब्जा 

राजधानी से लगे ग्राम काठाडीह में भी लक्ष्मी और अतुल बिसेन नामक दंपति ने 3 एकड़ जमीन पर कब्जा करते हुए जमीन के चारों तरफ बाउंड्रीवाल बना लिया था। इस जमीन की कीमत भी करोड़ रुपए में है। इस मामले की शिकायत कलेक्टर जनदर्शन में की गई थी। इस शिकायत के बाद राजस्व विभाग की मौके पर पहुंचकर जेसीबी की मदद से बाउंड्रीवाल को तोड़कर बेजा कब्जा को मुक्त कराया। राजस्व विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दंपति ने जिस जमीन पर कब्जा किया हुआ था, उस जमीन के पास उनकी भी करीब दो एकड़ जमीन है। चारागाह की जमीन खाली पड़ी हुई थी। इसका फायदा उठाते हुए दंपति ने अपनी जमीन के साथ सरकारी जमीन को भी मिला लिया था।

लालपुर में करोड़ों की सरकारी भूमि पर बाउंड्रीवाल कर किया था कब्जा

राजधानी के आउटर इलाके में मंगलवार को 13 एकड़ सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया। जिला कलेक्टर गौरव सिंह के निर्देश पर नगर निगम जोन 10 और राजस्व विभाग की टीम ने अभियान चलाकर यह कार्रवाई की। सबसे बड़ी कार्रवाई लालपुर में की गई है। इस संबंध में रायपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने ने कलेक्टर कलेक्टर से से शिकायत शिकायत की थी कि उनके प्रस्तावित प्रोजेक्ट की जमीन पर अतिक्रमण हो रहा है। इसी सिलसिले में संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार, पटवारी और जोन-10 की टीम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और संबंधित जमीन का सीमांकन किया। इससे पता चला कि 10 एकड़ जमीन चारागाह की है। इस जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा करने के लिए वहां सीमेंट के खंबे लगाकर बाउंड्रीवाल बनाकर रखे थे। इसके बाद राजस्व विभाग की टीम ने बेजा कब्जा को हटाते हुए इसे मुक्त कराया।

एफआईआर कराने भेजेंगे प्रतिवेदन

तहसीलदार तुलसी राठौर ने बताया कि, काठाडीह और पिरदा में शासकीय जमीन पर किया गया बेजा कब्जा को हटाने की कार्रवाई की गई है। इन दोनों जगह 3 एकड 4 सौ वर्गफीट जमीन पर कब्जा किया गया था। इस मामले में बेजा कब्जा करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए प्रतिवेदन प्रशासन को भेजा जाएगा।