रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सल उन्मूलन की दिशा में काम कर रही भाजपा सरकार ने नई पहल शुरू की है। बस्तर के घनघोर नक्सल प्रभावित गांव पुवर्ती जो कि खूंखार नक्सली कमांडर हिड़मा का गांव माना जाता है, के ग्रामीण आदिवासी पहली बार राजधानी रायपुर पहुंचे हैं।
पुवर्ती के साथ ऐसे ही अन्य घनघोर नक्सल इलाके के गांव सिलगेर, टेकलगुड़ा आदि के 44 महिलाओं और पुरुषों को राजधानी रायपुर भ्रमण के लिए लाया गया है। सरकारी पहल पर इन्हें आज राजधानी रायपुर स्थित पुरखौती मुक्तांगन, मॉल, एयरपोर्ट का भ्रमण कराया जाएगा। इससे पहले इन ग्रामीणों को विधानसभा की कार्यवाही दिखाई गई।
40 साल बाद तिरंगा फहराया गया है
गृहमंत्री विजय शर्मा ने नक्सल क्षेत्रों के ग्रामीणों के रायपुर आने पर कहा कि, 40 साल बाद पुवर्ती में तिरंगा फहराया गया है। नक्सल प्रभावित जगहों पर अब विकास की लहर शुरू हो गई है। नक्सल क्षेत्रों के ऐसे लोग जो कभी जगदलपुर नहीं गए, वे आज रायपुर आए हैं। उनके मन में नक्सलियों ने भ्रम भरा है कि, सरकार उनके शोषण का काम करती है। उनके मन से ये भ्रम दूर करने के लिए ग्रामीणों को भ्रमण कराया जा रहा है। सरकार उनके लिए कैसे काम करती है। ग्रामीणों को ये जानने और समझने का मौका दिया जा रहा है।
ग्रामीण पहली बार रायपुर पहुंचकर खुश हुए
बता दें, कि घनघोर नक्सल इलाके के आदिवासी ग्रामीण पहले विधानसभा पहुंचे, उन्हें विधानसभा में कैसे काम होता है यह दिखाया गया। यहां इस ग्रामीणों ने कहा कि, पहली बार रायपुर देखे हैं, यहां आकर अच्छा लग रहा है। गृहमंत्री श्री शर्मा ने बताया कि आज माल में इनको शापिंग भी कराई जाएगी, साथ ही कोई फिल्म भी दिखाने का कार्यक्रम रखा गया है।