रायपुर। सेंट्रल जीएसटी की टीम ने गुरुवार को एक कारोबारी ठिकाने पर छापे की कार्रवाई करते हुए 13 फर्जी फर्म के माध्यम से 62 करोड़ 73 लाख रुपए के इनपुट टैक्स क्रेडिट चोरी करने का मामला पकड़ा है। फर्जी फर्म बनाकर आईटीसी का लाभ लेने के आरोप में जीएसटी अफसरों ने कारोबारी हेमंत कसेरा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर न्यायिक रिमांड पर जेल दाखिल किया है।

सीजीएसटी के अफसरों के मुताबिक, हेमंत कसेरा को फर्जी फर्म बनाकर आईटीसी चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अफसरों के मुताबिक हेमंत के बारे में लंबे अरसे से फर्जी फर्म बनाकर टैक्स चोरी करने की जानकारी मिल रही थी। इसके बाद सेंट्रल जीएसटी की खुफिया टीम ने हेमंत के कारोबार पर नजर रखने के साथ उसके फर्म के बारे में जानकारी जुटाई, तब अफसरों को हेमंत के फर्जी फर्मों के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद बुधवार को हेमंत के कारोबारी ठिकाने पर छापे की कार्रवाई की।

फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से फर्म

सेंट्रल जीएसटी के अफसरों के मुताबिक हेमंत ने फेक फर्म बनाने फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया। हेमंत के कारोबारी ठिकाने से भारी मात्रा में पेन कार्ड के साथ आधार कार्ड और अलग-अलग लोगों के फोटो मिले हैं। साथ ही कई हस्ताक्षर किए गए चेक बुक मिले हैं। अफसर इस संबंध में जानकारी जुटाकर आगे कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं।

लगातार कार्रवाई

रायपुर सीजीएसटी आयुक्त मोहम्मद अबु सामा ने बताया कि, सीजीएसटी कर चोरों के खिलाफ और विशेष रूप से फर्जी बिलिंग के कारोबार में शामिल कारोबारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। जीएसटी कानून लागू होने के बाद से फर्जी बिलिंग करने के आरोप में अब तक 15 कारोबारियों की गिरफ्तारी की गई है।