यशवंत गंजीर/कुरुद। अपनी अनूठी परम्परा को निभाते हुए कुरुद ब्लॉक के ग्राम सेमरा (सिलौटी) में पहले दिन होलिका दहन किया गया। आज दूसरे दिन रंग गुलाल के साथ त्यौहार मनाया जाएगा। पूरे देश मे मनाएं जाने वाले होली पर्व के एक सप्ताह पहले ही रंगों में सराबोर होने के लिए ग्रामीणों के अलावा आसपास के ग्रामीणजन भी पहुंचे हुए है।
पूजा-अर्चना कर होलिका दहन हुआ
धमतरी जिले के कुरुद ब्लॉक के अंतिम छोर पर बसे सेमरा (सिलौटी) गांव जिसे करबीन सेमरा के नाम से भी जाना जाता है। यहां अपनी मान्यताओं और परंपराओं के हिसाब से कई सालों से ग्रामीण होली का त्योहार मनाते हुए आ रहे हैं। यहां सभी प्रमुख त्यौहारें एक सप्ताह पहले ही मना लिए जाते हैं। इसलिए गांव के प्रमुख चौक- चौराहो में शुभ मुहुर्त के साथ पूजा-अर्चना कर होलिका दहन किया गया। आज यहां पर रंगों की होली मनाएंगे। जिसमें लोग अबीर गुलाल और पिचकारियों से रंगों की बौछार कर आपसी प्रेम और सद्भावना की त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाएंगे। जबकि देशभर में होलिका दहन 24 और होली का त्यौहार 25 मार्च को मनाया जायेगा, जो अभी हफ्ते भर दूर है।
पूर्वजों के जमाने से चली आ परंपरा
ग्रामीण गजेंद्र सिन्हा, कामता निषाद, घनश्याम देवांगन, उमेश देवांगन, चंद्रहास सिन्हा आदि ने बताया कि इस गांव में सैकड़ों वर्ष पहले कोई बुजुर्ग आया और यहीं बस गया। उनका नाम सिरदार था। गांव वालों को उनमें आस्था थी व उन्हें ग्राम देवता के रूप में मानकर पूजा की गई। यहां के बुजुर्गों का कहना है कि वे पूर्वजों की परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं। एक हफ्ते पहले 4 प्रमुख त्यौहार मनाने के बावजूद यहां लोगों का उत्साह कम नहीं रहता। 1300 की आबादी वाले इस गांव में अब तक किसी ने पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही, इस मान्यता से मुंह नहीं मोड़ा है। तब से यही सिलसिला जारी है।
बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं
सेमरा (सी) की एक सप्ताह पहले त्यौहार मनाने की चर्चा पूरे देश में है। इसी के तहत होली त्यौहार मनाने के लिए ग्रामीण पूरी तैयारी में रहते हैं। घरों की सफाई कर लिपाई-पोताई किया जाता है। व्यंजन बनाने के लिए किराना सामान की खरीददारी की जाती है। होली घरों-घर और चौक चौराहों में बाजे-गाजे के साथ मनाने फाग मनाई जाती है। ग्रामीणों के साथ होली के रंग में रंगने सिलौटी से गिरधारी साहू, पुनाराम साहु, महेश साहू, युवराखान साहु, आकताई से थानुराम सिन्हा, योगेश्वर चंद्राकर, बेलहारी से सनत शर्मा और आस पास से अन्य ग्रामीण जन बहुतायत संख्या में पहुंचकर त्यौहार का आनंद ले रहे थे।