कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में डॉक्टर ने पहले पत्नी के रहते हुए दूसरी शादी कर ली। जब दूसरी पत्नी से डॉक्टर को बेटी हुई तब कहीं जाकर मामले का खुलासा हुआ। जिसके बाद पीड़ित महिला ने पति की शिकायत स्वास्थ्य विभाग कांकेर में की है। महिला की शिकायत के बाद CMHO ने जांच टीम का गठन किया है और सात दिन के भीतर जवाब मांगा है।
मिली जानकारी के अनुसार, डिगेश्वरी साहू जो कि, महासमुंद की रहने वाली है। उसकी शादी 26 मई 2023 को कांकेर जिले के अमोड़ा में पदस्थ प्रभारी डॉ मिथलेश साहू से हुई थी। शादी के समय डिगेश्वरी साहू जिला पंचायत में पदस्थ थी। पीड़ित महिला के परिजनों ने अपने आर्थिक स्थिति के अनुसार वर पक्ष को दहेज भी दिया था।
शादी के कुछ समय बाद करने लगा प्रताड़ित
पीड़ित महिला ने बताया कि, शादी के कुछ दिनों तक सब ठीक ठाक चला। लेकिन कुछ महीनों बाद पति डॉ मिथलेश साहू ने अपनी डिगेश्वरी को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। शादी से करीब 9 महीने बाद 5 फरवरी 2024 को डॉ मिथलेश साहू ने डिगेश्वरी से मारपीट की और उसे अपने घर महासमुंद चले जाने कहा। महिला ने प्रताड़ना सहते हुए भी डॉक्टर का साथ नहीं छोड़ा। लेकिन जैसे ही उसे डॉक्टर की दूसरी शादी के बारे में पता चला तो वह महासमुंद अपने मायके वापस आ गई।
जिला पंचायत में पदस्थ थी पीड़िता डिगेश्वरी साहू
शादी के पहले डिगेश्वरी साहू शादी से पहले महासमुंद जिला पंचायत में वर्ग दो के पद पर पदस्थ थी। इसी दौरान वह डॉ मिथलेश साहू के संपर्क में आई। डॉक्टर ने शादी की बात कहकर मेलजोल बढ़ाया और हिंदू रीति रिवाज से शादी भी कर ली। शादी के बाद डॉक्टर ने डिगेश्वरी को सरकारी नौकरी छोड़ने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगा। डॉक्टर की प्रताड़ना से तंग आकर डिगेश्वरी ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया और पति के साथ रहने लगी। पीड़िता ने आगे बताया कि, 8 जनवरी 2024 को उसके पति डॉ साहू ने बिना किसी सूचना और तलाक के धमतरी निवासी सृष्टि साहू के साथ आर्य समाज में दूसरी शादी कर ली। दूसरी युवती से शादी के लिए डॉक्टर ने सामाजिक रीति रिवाज से शादी करने से इंकार कर दिया और आर्य समाज में शादी की।
सीएमएचओ बोले- जांच टीम गठित कर दी गई है
इस पूरे मामले को लेकर CMHO अविनाश खरे ने बताया कि, डिगेश्वरी साहू ने कांकेर कलेक्टर और CMHO कार्यालय में शिकायत की है। पीड़ित महिला ने शासकीय पद पर पदस्थ डॉक्टर पति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जिसके बाद जांच दल गठित कर दिया गया है। जांच टीम 7 दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी और फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी।